सिमडेगा: बीते 4 जनवरी को कोलेबिरा थाना क्षेत्र के बेसराजारा गांव में हुए मॉब लिंचिंग की घटना के बाद भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेताओं ने घटनास्थल का दौरा कर मृतक के परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान मृतक के परिजनों ने हर बार अपने बयान में कोलेबिरा विधायक को कटघरे में खड़ा किया है. जिसके बाद सभी भाजपा नेताओं ने इस घटना को सुनियोजित और सरकार से जुड़े लोगों का संरक्षण बताते हुए सीबीआई जांच की मांग की है.
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सिमडेगा मॉब लिंचिंग मामले में प्रेस वार्ता कर कोलेबिरा विधायक ने अपना पक्ष रखा है. भाजपा नेताओं द्वारा लगातार अपने ऊपर लग रहे आरोपों के विरुद्ध कोलेबिरा विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी ने सिमडेगा परिसदन में प्रेस वार्ता आयोजित कर जवाब दिया है. कोलेबिरा विधायक ने कहा कि भाजपा इस मामले को तोड़-मरोड़कर क्षेत्र में भ्रम और अराजकता की स्थिति पैदा कर रही है. जबकि मृतक संजू प्रधान खुटकट्टी के पेड़ों को काटकर बेचा करता था. जिससे बॉम्बलकेरा खुटकट्टी क्षेत्र के ग्रामीण उससे काफी नाराज थे. जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने डीएफओ से करते हुए कार्रवाई की मांग की थी लेकिन वन विभाग द्वारा समय रहते कार्रवाई नहीं की गयी. उन्होंने घटना को लेकर सिमडेगा डीएफओ को भी जिम्मेदार ठहराया है. वो कहते हैं कि मृतक संजू प्रधान पूर्व में नक्सली मामलों में जेल भी जा चुका था. नक्सली संगठन का धौंस दिखाकर वह जंगल के पेड़ों को काटकर अक्सर बेच दिया करता था.
मृतक संजू प्रधान की पत्नी द्वारा बार-बार बीते 28 दिसंबर खुद खुटकट्टी जतरा का जिक्र करते हुए भाजपा के शीर्ष नेताओं के समक्ष कहा गया था कि कोलेबिरा विधायक ने उस जतरा में शामिल होकर खुटकट्टी कानून के नाम पर ग्रामीण को भड़काया था. जिसके कारण ही बीते 4 जनवरी को ग्राम प्रधान सुबन बुढ़ के नेतृत्व में लगभग 500 से अधिक लोगों की भीड़ बॉम्बलकेरा से चलकर उसके घर आई और उसके पति संजू प्रधान को जिंदा जला दिया.
इस आरोप पर कोलेबिरा विधायक ने सफाई देते हुए कहा कि 28 दिसंबर को बॉम्बलकेरा में प्रत्येक वर्ष की भांति खुटकट्टी जतरा का आयोजन किया गया था, जिसमें वो भी शामिल हुए थे. जहां उन्होंने इस अनोखे खुटकट्टी कानून की जानकारी ग्रामीणों को दी थी, उन्हें किसी भी प्रकार से भड़काया नहीं गया था. वहीं घटना से पूर्व ग्राम प्रधान सुबन बुढ़ से हुई बातचीत के आरोप में विधायक कहते हैं कि ग्राम प्रधान से बात हुई थी. जिसमें बताया गया था कि संजू ने दोबारा पेड़ काटकर बेचा है लेकिन उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि इसको लेकर गांव में बैठक हो रही है. ग्राम प्रधान से जानकारी मिलने के बाद उन्होंने डीएफओ से बात कर संजू पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया था.
मृतक के परिजनों द्वारा कोलेबिरा विधायक पर लगाया जा रहे आरोप पर विधायक ने कहा कि परिजन भाजपा नेताओं से प्रेरित होकर उनका नाम ले रहे हैं. झारखंड में मॉब लिंचिंग जैसे घृणित घटना ना घटे इसे लेकर हेमंत सोरेन के नेतृत्व में बनी कांग्रेस समर्थित झारखंड सरकार ने मॉब लिंचिंग के विरुद्ध कड़े कानून लायी है. कोलेबिरा विधायक कहते हैं कि भाजपा नेताओं द्वारा सीबीआई जांच की मांग का वह भी समर्थन करते हैं. लेकिन वो लिखित रूप से इस मामले पर सीबीआई जांच कराने की मांग मुख्यमंत्री से करने से इनकार कर देते हैं. ईटीवी भारत के द्वारा सवाल पूछे जाने पर कि 'यह कैसा समर्थन हुआ कि आप मौखिक रूप से सीबीआई जांच का समर्थन करते हैं, लेकिन लिखित सीबीआई जांच कराने की मांग मुख्यमंत्री से करने से कतराते हैं', इस सवाल के जवाब में विधायक कहते हैं कि भाजपा इस मामले में मृतक को अपना कार्यकर्ता बता रही है तो उन्हें ही आगे बढ़ना चाहिए.