सिमडेगाः जिला का करंगागुड़ी गांव जिसे हॉकी की नर्सरी या खान कहा जाता है. इस गांव ने देश को कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी दिए हैं. इस गांव को सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा ने गोद लेने की घोषणा की है. विधायक की इस घोषणा के बाद ग्रामीणों में जहां उत्साह है तो दूसरी ओर गांव के चहुंमुखी विकास का मार्ग प्रशस्त हो चला है. विधायक ने कहा करंगागुड़ी का चहुंमुखी विकास हो और यहां एक एस्ट्रोटर्फ स्टेडियम बने, जिसमें गांव के बच्चे अच्छे से प्रैक्टिस कर सके, जिस पर जल्द ही पहल कर धरातल पर उतारा जाएगा. वहीं विधायक ने करंगागुड़ी की तीन बेटियां सुषमा, संगीता और ब्यूटी को बुके और उपहार देकर सम्मानित किया गया.
करंगागुड़ी गांव में कार्यक्रम आयोजित
हॉकी की खान कहे जाने वाले करंगागुड़ी गांव को विधायक भूषण बाड़ा ने गोद लेने की घोषणा की है. विधायक की इस घोषणा के बाद गांव के चहुंमुखी विकास और खिलाड़ियों को बेहतर सुविधा प्राप्त होने का मार्ग प्रशस्त हो गया है. इसी के मद्देनजर करंगागुड़ी गांव में कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस दौरान विधायक ने गांव में ही एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम बनवाने के लिए पहल करने की बात कही. वहीं गांव में सभी को मुलभूत सुविधाएं सके यह सुनिश्चित किया जाएगा. इससे पूर्व विधायक ने चिली में जीत का मरचम लहराकर सिमडेगा के करंगागुड़ी गांव लौटी तीन बेटियां सुषमा कुमारी, संगीता कुमारी और ब्यूटी डुंगडुंग को बुके और उपहार देकर सम्मानित किया.
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हर घर में नल के माध्यम से मिलेगा पानी
विधायक ने कहा कि करंगागुड़ी गांव का चहुंमुखी विकास हो ये उनकी दिली इच्छा है. इस गांव ने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी दिए हैं. उन्होंने कहा कि जल्द ही गांव में बिजली, पानी, सड़क सुविधा को दुरुस्त कर दिया जाएगा. गांव के हर एक घर में नल के माध्यम से पानी पहुंचाया जाएगा. करंगागुड़ी के हर बच्चे को राज्य में हॉकी का जादूगर समझा जाता है, यहां के बच्चों में हॉकी के प्रति गजब की दीवानगी है. अगर खिलाड़ियों को खेल किट, पौष्टिक आहार और प्रशिक्षण की बेहतर सुविधा मिले तो परिणाम और भी बेहतर मिल सकता है.
कार्यक्रम में अधिकारी नहीं हुए शामिल
विधायक के अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में प्रखंड के बीडीओ, सीओ, मनरेगा के अधिकारी, पंचायत कर्मी सहित अन्य किसी अधिकारी और कर्मचारी के कार्यक्रम में शामिल नहीं होने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने कहा कि ऐसे अधिकारियों और कर्मचारियों की कार्यशाली के कारण ही क्षेत्र के विकास कार्य में मुश्किलें आ रही है, जिससे राज्य सरकार की छवि खराब हो रही है.