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सिमडेगा में हॉकी नर्सरी को ऑक्सीजन देने वाले वृक्ष की अंतिम विदाई, श्रद्धांजलि देने उमड़ी भीड़

अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी जस्टिन केरकेट्टा (International hockey player Justin Kerketta) का निधन हार्ट अटैक से हो गया. उनके पैतृक गांव कोलेबिरा प्रखंड के कोरकोटोली मे प्रार्थना सभा कर अंतिम संस्कार किया गया है. इस दौरान श्रद्धांजलि देने वाली की भारी भीड़ उमड़ी.

hockey nursery in Simdega
सिमडेगा में हॉकी नर्सरी को ऑक्सीजन देने वाले वृक्ष की अंतिम विदाई
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Published : Dec 5, 2022, 9:42 AM IST

सिमड़ेगा: अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी और भारतीय सेना से सेवानिवृत्त जस्टिन केरकेट्टा (International hockey player Justin Kerketta) का उनके पैतृक गांव कोलेबिरा प्रखंड के कोरकोटोली में चर्च में प्रार्थना सभा कर कैथोलिक रीति रिवाज से अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान कई पारिस पुरोहित की ओर से अंतिम प्रार्थना की गई. कोलेबिरा विधायक नमन बिक्सल, जिला परिषद अध्यक्ष रोज प्रतिमा सोरेंग, झारखंड हॉकी संघ के उपाध्यक्ष सह सिमडेगा हॉकी के अध्यक्ष मनोज कोनबेगी, सिमडेगा हॉकी के महिला कोच प्रतिमा बरवा, कोलेबिरा पुलिस के अलावा अन्य खेल प्रेमी श्रद्धांजलि देने पहुंचे.

यह भी पढ़ेंः पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी जस्टिन केरकेट्टा का निधन, विश्व कप में भारत का किया था प्रतिनिधित्व

जस्टिन केरकेट्टा की प्रारंभिक शिक्षा आरसी प्राथमिक विद्यालय कोरको टोली में हुई. माध्यमिक शिक्षा स्तानिस्लास मध्य विद्यालय अघरमा में पढ़ने के दौरान संत जोसेफ हाई स्कूल में नामांकन हो गया. हाई स्कूल में पढ़ाई के दौरान ही सेना के बिहार रेजिमेंट में उनका चयन हो गया. भारतीय सेना की हॉकी में खेलने लगे. 1978 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करने के साथ-साथ कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश का प्रतिनिधित्व किये. रिटायरमेंट के बाद 1982 से 1998 तक मेकॉन में हॉकी खिलाड़ियों को कोचिंग दिए.

देखें वीडियो

75 वर्षीय हॉकी खिलाड़ी का निधन हृदयाघात के कारण हुआ है. हार्ट अटैक होने के बाद इलाज के लिए रांची ले जाया जा रहा है. इसी दौरान उनकी मौत हो गई. 1947 में जन्मे जस्टिन अपने पीछे अपनी पत्नी फ्लोरेंसिया कुजूर के सात एक बेटा और तीन बेटी का भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं.

कोलेबिरा विधायक ने कहा खेल जगत में उनके योगदान को भुला नहीं सकता. हॉकी के क्षेत्र में देश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऊंचा किया. वहीं, सिमडेगा के युवक और युवतियों को हॉकी का प्रशिक्षण देने में कोई कसर नहीं छोड़ा. हॉकी सिमडेगा अध्यक्ष ने कहा सिमडेगा हॉकी की नर्सरी है. यहां कई नए पौधे हैं, पर जस्टिन हॉकी के पेड़ थे. उनका निधन अपूरणीय क्षति है. इस मौके पर हॉकी झारखंड के संयुक्त सचिव माइकल लाल, हॉकी सिमडेगा के कोषाध्यक्ष कमलेश माझी, पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी पुष्पा टोपनो, विश्वासी पूर्ति, सिपिरयन जोजो, प्रतिमा बरवा, मनोज टोप्पो, लालधन नायक, फादर ब्रिसयुस तिर्की, फादर अजीत सोरेन सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे.

सिमड़ेगा: अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी और भारतीय सेना से सेवानिवृत्त जस्टिन केरकेट्टा (International hockey player Justin Kerketta) का उनके पैतृक गांव कोलेबिरा प्रखंड के कोरकोटोली में चर्च में प्रार्थना सभा कर कैथोलिक रीति रिवाज से अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान कई पारिस पुरोहित की ओर से अंतिम प्रार्थना की गई. कोलेबिरा विधायक नमन बिक्सल, जिला परिषद अध्यक्ष रोज प्रतिमा सोरेंग, झारखंड हॉकी संघ के उपाध्यक्ष सह सिमडेगा हॉकी के अध्यक्ष मनोज कोनबेगी, सिमडेगा हॉकी के महिला कोच प्रतिमा बरवा, कोलेबिरा पुलिस के अलावा अन्य खेल प्रेमी श्रद्धांजलि देने पहुंचे.

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जस्टिन केरकेट्टा की प्रारंभिक शिक्षा आरसी प्राथमिक विद्यालय कोरको टोली में हुई. माध्यमिक शिक्षा स्तानिस्लास मध्य विद्यालय अघरमा में पढ़ने के दौरान संत जोसेफ हाई स्कूल में नामांकन हो गया. हाई स्कूल में पढ़ाई के दौरान ही सेना के बिहार रेजिमेंट में उनका चयन हो गया. भारतीय सेना की हॉकी में खेलने लगे. 1978 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करने के साथ-साथ कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश का प्रतिनिधित्व किये. रिटायरमेंट के बाद 1982 से 1998 तक मेकॉन में हॉकी खिलाड़ियों को कोचिंग दिए.

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75 वर्षीय हॉकी खिलाड़ी का निधन हृदयाघात के कारण हुआ है. हार्ट अटैक होने के बाद इलाज के लिए रांची ले जाया जा रहा है. इसी दौरान उनकी मौत हो गई. 1947 में जन्मे जस्टिन अपने पीछे अपनी पत्नी फ्लोरेंसिया कुजूर के सात एक बेटा और तीन बेटी का भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं.

कोलेबिरा विधायक ने कहा खेल जगत में उनके योगदान को भुला नहीं सकता. हॉकी के क्षेत्र में देश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऊंचा किया. वहीं, सिमडेगा के युवक और युवतियों को हॉकी का प्रशिक्षण देने में कोई कसर नहीं छोड़ा. हॉकी सिमडेगा अध्यक्ष ने कहा सिमडेगा हॉकी की नर्सरी है. यहां कई नए पौधे हैं, पर जस्टिन हॉकी के पेड़ थे. उनका निधन अपूरणीय क्षति है. इस मौके पर हॉकी झारखंड के संयुक्त सचिव माइकल लाल, हॉकी सिमडेगा के कोषाध्यक्ष कमलेश माझी, पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी पुष्पा टोपनो, विश्वासी पूर्ति, सिपिरयन जोजो, प्रतिमा बरवा, मनोज टोप्पो, लालधन नायक, फादर ब्रिसयुस तिर्की, फादर अजीत सोरेन सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे.

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