साहिबगंज: झारखंड प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने होली के अवसर पर साहिबगंज में सात रैक लोडिंग प्वॉइंट को शुरू करने का आदेश दिया है. इसे 31 मार्च तक खोलने का अनुमति दी गई है. जिला में लगातार मजदूरों के धरना प्रदर्शन को देखते हुए अनुमति दी गई है. इससे मजदूरों के चेहरे पर खुशी आ गई है.
रैक लोडिंग में सकरीगली, तालझारी, राजमहल, बाकुड़ी, करमटोला, बरहड़वा और महाराजपुर रेलवे स्टेशन शामिल है. साहिबगंज के मालगोदाम स्थित रैक प्वॉइंट और मिर्जाचौकी व तीनपहाड़ के बारे में अब तक कोई निर्णय नहीं हो पाया है. रेलवे को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में जल्द से जल्द सीटीओ लेने का आदेश दिया है यदि समय से पूर्व नहीं लिया गया तो 31 मार्च के बाद एक बार फिर से रैक लोडिंग प्वॉइंट बंद करने का आदेश जिला प्रशासन को दे दी जाएगी.
साहिबगंज में लगातार अवैध खनन से उत्पन्न पर्यावरण प्रदूषण को देखते हुए एनजीटी कोर्ट ने सामाजिक कार्यकर्ता अरशद नसर के आवेदन पर संज्ञान लिया था. एनजीटी के आदेश पर रांची से उच्च स्तरीय जांच टीम साहिबगंज पिछले दिनों पहुंची हुई थी. सभी रैक लोडिंग प्वॉइंट और अवैध खनन को बारीकी से जिला प्रशासन की मदद से देखा. जिला स्तरीय मीटिंग करने के बाद टीम रांची पहुंची थी. झारखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कमी को देखते हुए जिला प्रशासन को आदेश देकर साहिबगंज में चल रहे दस रैक लोडिंग प्वॉइंट को पिछले 23 फरवरी से बंद करा दिया था.
लोडिंग प्वॉइंट बंद होने के बाद मजदूरों में हाहाकार मच गया और लगातार आज तक हर दिन प्रखंड से लेकर जिला स्तर तक मजदूर उग्र होकर आंदोलन करने लगे. इसे देखते हुए राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने साहिबगंज में फिलहाल 7 लोडिंग प्वॉइंट को चालू करने का आदेश इस महीने के अंतिम तारीख तक दिया है. लगभग 5000 से अधिक मजदूर बेरोजगार हो गए थे. इनके चालू हो जाने से इन मजदूरों के चेहरे पर खुशी जरूर देखने को मिल रही है. साहिबगंज में तीन लोडिंग प्वॉइंट को चालू करने की उम्मीद बहुत कम है. क्योंकि यह प्वॉइंट शहर के बीच में चल रहा है. शहरवासी भी इसका विरोध कर रहे हैं. इससे उड़ रहे धूल से शहरवासियों को परेशानी होती है.