सिमडेगा: 02 जून से 11 जून 2023 तक जापान के काकामिगहारा में आयोजित महिला जूनियर एशिया कप हॉकी प्रतियोगिता में भारतीय टीम पहली बार चैम्पियन बनी. चैम्पियन 18 सदस्यीय जूनियर भारतीय महिला हॉकी टीम में सिमडेगा जिले की तीन खिलाड़ी दीपिका सोरेंग, महिमा टेटे और रोपनी कुमारी भी शामिल थी. इन तीनों खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया था. ये जब सिमडेगा लौटीं तो इनका शानदार स्वागत किया गया.
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जूनियर एशिया कप हॉकी प्रतियोगिता जीतने के बाद टीम में शामिल दीपिका सोरेंग, महिमा टेटे और रोपनी कुमारी बेंगलुरु से राउरकेला होते हुए बस से सिमडेगा पहुंची. वे जैसे ही अपने गृह जिले में पहुंची उनके स्वागत में खड़े हॉकी सिमडेगा के पदाधिकारी और हॉकी खिलाड़ियों ने उन्हें फूल मालाओं से लाद दिया. इसके बाद इन खिलाड़ियों का मिठाई खिलाकर मुंह मीठा कराया गया.
पूर्व निर्धारित समयानुसार इन तीनों खिलाड़ियों को सुबह 5:00 बजे सिमडेगा पहुंचना था, लेकिन ट्रेन लेट होने के कारण वे देर से राउरकेला पहुंची, जहां से बस से सिमडेगा पहुंचने में उन्हें देरी हुई. हालांकि उनके स्वागत में दर्जनों हॉकी खिलाड़ी सुबह 5:00 बजे से ही बस स्टैंड में उनका इंतजार कर रहे थे. तीनों चैंपियन बेटियां स्वागत से अभिभूत दिखीं. उन्होंने सभी बच्चों को धन्यवाद दिया और अपने खेल के अनुभव शेयर.
हॉकी सिमडेगा के मनोज कोनबेगी ने उनका स्वागत करते हुए कहा कि यह जिले के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है कि चैंपियन भारतीय टीम में भारत से 18 खिलाड़ी थे, जिनमें से हमारे सिमडेगा जिला के तीन खिलाड़ी थे और उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया जिससे टीम चैंपियन बनी. 2016 में भी जूनियर एशिया महिला हॉकी कप में कांस्य पदक विजेता भारतीय टीम में सिमडेगा के तीन खिलाड़ी थे. मनोज का कहना है कि जब भी राष्ट्रीय टीम में झारखंड के खिलाड़ियों की संख्या ज्यादा होती है तब टीम अच्छा प्रदर्शन करती है. उन्होंने उम्मीद भविष्य में ओलंपिक मेडल जीतने की भी उम्मीद की.
खिलाड़ियों के स्वागत में समारोह में हॉकी सिमडेगा के अध्यक्ष मनोज कोनबेगी, कोषाध्यक्ष कमलेश्वर मांझी, प्रतिमा तिर्की, राष्ट्रीय एम्पायर मनोज प्रधान, राजू मांझी, रामचंद्र मांझी सहित तीनों खिलाड़ियों के अभिभावक और हॉकी सिमडेगा संचालित हॉकी छात्रावास, हॉकी सेंटर, गोंडवाना खेल छात्रावास के काफी संख्या बालक बालिका उपस्थित थे.