सिमडेगा: पूर्व विधायक नियेल तिर्की का आज खूंटी टोली कब्रिस्तान में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. इस मौके पर सिमडेगा डीसी सुशांत गौरव, एसपी डॉ शम्स तबरेज, एसडीओ महेंद्र कुमार सहित कई लोगों ने तिरंगे में लिपटे पूर्व विधायक नियेल के पार्थिव शरीर को अंतिम सलामी दी. इसके बाद ख्रीस्त धर्म के अनुसार विधि विधान से उनका अंतिम संस्कार किया गया.
पूरा मामला
नियेल बीते सोमवार से रांची के रिम्स में एडमिट थे. बुधवार सुबह अचानक उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ने लगी, जिसके बाद उन्हें रिम्स के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान करीब 11 बजे उनका निधन हो गया.
वैक्सीन लेने से मौत का आरोप
नियेल तिर्की की मौत के बाद उनके बेटे विशाल तिर्की ने आरोप लगाया है कि उनके पिता की मृत्यु वैक्सीन लेने की वजह से हुई है. विशाल ने बताया कि करीब 1 सप्ताह पहले उनके पिता ने कोरोना का पहला टीका लगवाया था, जिसके 4 दिनों के बाद उनकी तबीयत अचानक बिगड़ने लगी. आनन-फानन में वे लोग नियेल को लेकर रिम्स पहुंचे, जहां उनका इलाज चल रहा था. इसी दौरान बुधवार को करीब 11 बजे रिम्स के ट्रामा सेंटर में उन्होंने अंतिम सांसें ली.
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नियेल का राजनीतिक सफर
नियेल तिर्की अपने जीवनकाल में तीन बार विधायक बने. पहली बार वे 1995 में जेएमएम की टिकट से चुनाव जीत कर विधायक बने इसके बाद वे 2000 में कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीत कर बिहार सरकार में आदिवासी कल्याण मंत्री बने. इसके बाद वे 2005 में भी कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीते थे.