सिमडेगा: 11वीं जूनियर वुमन नेशनल हॉकी चैंपियनशिप में झारखंड और हरियाणा के बीच फाइनल मुकाबला खेला गया. इस कड़े मुकाबले में हरियाणा ने झारखंड को 3-2 से मात दी. फाइनल मुकाबला के फर्स्ट क्वार्टर में झारखंड की ओर से पहला गोल दागा गया और टीम ने मैच में बढ़त बना ली. कुछ देर बाद मैच में वापसी करते हुए हरियाणा ने भी पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर मैच में स्कोर 1-1 कर दिया. दूसरे क्वार्टर में हरियाणा की टीम ने थोड़े-थोड़े अंतराल पर दो गोल दाग दिए और झारखंड की टीम को 3-1 से पीछे कर दिया. सेकंड क्वार्टर में फाइनल का दबाव झारखंड की खिलाड़ियों पर साफ दिख रहा था.
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थर्ड क्वार्टर में झारखंड की टीम ने आक्रामक खेल दिखाया. झारखंड की टीम ने हरियाणा को एक भी गोल नहीं करने दिया. वहीं झारखंड ने एक गोल कर स्कोर 2-3 कर दिया. चौथे क्वार्टर में दोनों में से कोई टीम गोल नहीं कर पाई. फाइनल मैच हरियाणा ने जीत लिया. बृहस्पतिवार को खेले गए पहले सेमीफाइनल मैच हरियाणा और चंडीगढ़ के बीच खेला गया. जिसमें हरियाणा ने चंडीगढ़ को 3-2 दो से मात देकर फाइनल में जगह बनाई. दूसरा सेमीफाइनल मैच में झारखंड और महाराष्ट्र के बीच खेला गया. जिसमें झारखंड ने महाराष्ट्र को 3-1 से मात दी थी.
मंगलवार को झारखंड और पंजाब टीम के बीच क्वार्टर फाइनल मैच खेला गया था. रोमांचक मुकाबला में झारखंड ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए 6-2 से पंजाब को पराजित किया. और झारखंड की टीम सेमीफाइनल में पहुंच गई. इससे पहले झारखंड की टीम ने प्री क्वार्टर फाइनल मैच में केरल को हराया था. झारखंड ने केरल को 10-0 से करारी शिकस्त देकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी.
मैच खत्म होने के बाद खेल मंत्री हफीजुल हसन अंसारी ने पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर प्राप्त करने वाले टीम के खिलाड़ियों को मेडल पहनाकर और ट्राफी देकर सम्मानित किया. इस पूरे चैंपियनशिप के सफल आयोजन में सिमडेगा जिला प्रशासन और हॉकी संघ का योगदान काफी सराहनीय रहा. जिसने लगातार 1 वर्ष में 2 नेशनल चैंपियनशिप का सफल आयोजन कराकर विश्व पटल पर एक बेहतर आयोजक की अपनी छवि को और ही मजबूत किया है.
सिमडेगा उपायुक्त सुशांत गौरव के नेतृत्व में पूरी जिला प्रशासन की टीम ने दिन और रात ना देखते हुए अपने एकमात्र लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित रखा. जिसका परिणाम रहा कि यह नेशनल चैंपियनशिप बहुत सुंदर तरीके से ही समाप्त हुआ. सिमडेगा में खान-पान से लेकर रहने, मनोरंजन और सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की गई थी. जिससे 25 राज्यों से आए खिलाड़ियों का दिल सिमडेगा ने जीत लिया.