सिमडेगा: कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप से जहां पूरा देश जूझ रहा है. वहीं, इस महामारी से लड़ने वाले कुछ ऐसे योद्धा भी हैं जो अपना घर परिवार छोड़ देश की सेवा और लोगों की सुरक्षा में जुटे हुए हैं. बात घर संभालने की हो, सामजिक जिम्मेदारी निभाने की या देश सेवा की नारी शक्ति को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.
आमलोग लॉकडाउन के नियमों का पालन करें, इसके लिए ये महिला पुलिसकर्मी पूरी मुस्तैदी के साथ चिलचिलाती धूप में अपनी ड्यूटी निभा रही हैं. लगभग 8 घंटे प्रतिदिन ड्यूटी इन महिला पुलिसकर्मियों को निभानी पड़ रही है. जिनमें अधिकांश सहायक महिला पुलिसकर्मी शामिल हैं. सामान्य दिनों में इन्हें जरूरत पड़ने पर एक-दो दिन की छुट्टियां मिल भी जाती थी लेकिन लॉकडाउन की वजह से इन्हें रेगुलर अपनी ड्यूटी निभानी पड़ रही है.
हालांकि, इन सबके बीच इन महिला पुलिसकर्मियों ने कुछ सामाजिक संस्था और लोगों के प्रति अपना आभार भी व्यक्त किया है, जो 8 घंटे की ड्यूटी के दौरान नाश्ता-पानी की व्यवस्था कर देते हैं. इन महिला पुलिसकर्मियों की माने तो इन्हें इस बात की खुशी है कि कोरोना के विरुद्ध इस जंग में उनसे सेवा ली जा रही है. कोरोना के संक्रमण चेन को तोड़ने के लिए लोगों से नियमित मास्क का प्रयोग करने, अनावश्यक घरों से बाहर ना निकलने और घर पर ही रह कर लॉकडाउन के नियमों का पालन करने की अपील की है. उनका कहना है कि जब तक कोरोना के विरुद्ध जंग नहीं जीत लेती, तब तक देश सेवा के लिए वे मैदान में डटी रहेंगी.
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अनावश्यक बाहर निकलने वालों से मुश्किल
लाख मना करने के बावजूद कुछ लोग कोरोना महामारी की गंभीरता को नहीं समझ रहे हैं. अनावश्यक घरों से निकलकर इधर-उधर घूम रहे हैं. वहीं, मना किए जाने पर बेतुके बहाने बनाने लगते हैं. जबकि ये महिला पुलिसकर्मी लोगों को नियमित मास्क का उपयोग करने और घर से ना निकलने के बात कहती रहती है. उन्होंने बताया कि उन्हें डर है कि कहीं कुछ लोगों की लापरवाही गंभीर संकट न पैदा कर दे.