सिमडेगा: पुलिस जवान सत्यजीत कच्छप द्वारा पुलिस कस्टडी में ही खुद को गोली मारकर आत्महत्या करने के मामले को लेकर जांच शुरू हो गई है. इस घटना के बाद शुक्रवार को डीआईजी अनूप बिरथरे और सिमडेगा के एसपी सौरभ कुमार कोलेबिरा थाना पहुंचे और पूरे मामले की विस्तार से जानकारी ली.
ये भी पढ़ें-सिमडेगा के कोलेबिरा थाना में एफएसएल की टीम, पुलिस जवान की मौत मामले में कर रही जांच
बिना जानकारी दिये बैरक से हथियार लेकर निकला था सत्यजीत-डीआईजीः इस संबंध में डीआईजी अनूप बिरथरे ने कहा कि 1 नवंबर 2023 की शाम जवान सत्यजीत कच्छप बिना छुट्टी लिए और बिना बताए बैरक से हथियार लेकर अपने गृह निवास इटकी चला गया था. 2 नवंबर 2023 को घर से चार पहिया वाहन लेकर सत्यजीत लौट रहे थे. इसी दौरान एक दुर्घटना हुई थी. जहां कुछ लोगों से उनका झगड़ा हुआ था. जिसमें सत्यजीत द्वारा हवाई फायरिंग किए जाने की बात सामने आई है. इसकी सूचना मिलने पर पुलिस उसे लेकर अपने साथ लेकर थाना पहुंची. जहां यह घटना हुई है. इस मामले की जानकारी कोलेबिरा थाना प्रभारी और एसपी सौरभ कुमार से ली गई है. साथ ही इस मामले पर विस्तृत जांच रिपोर्ट मिलने के बाद आगे कुछ कहा जा सकता है.
गौरतलब हो कि गुरुवार की रात करीब 8:15 बजे कोलेबिरा थाना परिसर में ही पुलिस जवान सत्यजीत कच्छप ने खुद को गोली मार ली थी. जवान सत्यजीत को चांदो बाजार के समीप जंगल से पड़ककर कोलेबिरा थाना लाया गया था. थाना पहुंचने पर सभी पुलिस कर्मी गाड़ी से उतर गए. वहीं गाड़ी के पीछे बैठा सत्यजीत ने खुद को अकेला पाकर अपनी ही इंसास राइफल से सिर में गोली मार ली थी.
शुक्रवार सुबह मामले की जांच को लेकर एफएसएल रांची की टीम कोलेबिरा थाना पहुंची. टीम ने सारे सबूत इकट्ठा किए हैं. हालांकि इस दौरान मीडिया को फोटो और वीडियो आदि लेने से रोक दिया गया था. अंदर जाने की इजाजत नहीं दी गई थी.
घटना से पूर्व कोलेबिरा थाना में पदस्थापित जवान सत्यजीत कच्छप गुरुवार की दोपहर पुतरीटोली बरसलोया सड़क मार्ग से कार लेकर कोलेबिरा आ रहा था. इसी क्रम में लसिया के समीप सड़क किनारे खड़े लसिया निवासी रमेश साहू और जितेंद्र साहू को कार से ठोकर मार दी और भागने लगा. इस पर कुछ लोगों ने पीछा कर कार को रोका. जिसके बाद दोनों के बीच धक्का-मुक्की हुई थी. बताया जाता है कि इसी बीच जवान ने हथियार निकाल कर फायरिंग की थी. जिससे पीछा करने वाले सभी लोग भाग खड़े हुए. वहीं जवान सत्यजीत कच्छप भी कार को वहीं पर छोड़कर जंगल की ओर भाग गया.
इस बात की सूचना मिलने पर कोलेबिरा थाना प्रभारी कुमार इंद्रेश, इंस्पेक्टर विद्या शंकर और बानो थाना प्रभारी रंजीत कुमार महतो घटना स्थल पर पहुंचे और घटना की जानकारी लेते हुए जंगल की ओर जाकर जवान की खोजबीन करने लगे. काफी खोजबीन के बाद जवान उनके हाथ लगा. इसके बाद थाना प्रभारी और पुलिस कर्मी जवान को लेकर कोलेबिरा थाने पहुंचे. थाना पहुंच कर सभी लोग गाड़ी से उतर गए. इसी दौरान गाड़ी के पीछे बैठे जवान सत्यजीत ने खुद के इंसास रायफल से खुद को गोली मार ली. जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई थी.