सिमडेगा: जहां एक ओर कोरोना ने देशभर में एक बार फिर अपनी रफ्तार पकड़ी है, वहीं दूसरी ओर वैक्सीनेशन का काम भी तेजी से किया जा रहा है. जिले के पाकरटांड को छोड़कर लगभग सभी प्रखंडों में बुजुर्गों के वैक्सीनेशन का काम काफी तेजी से चल रहा है. लेकिन पाकरटांड में इसकी प्रतिशत काफी कम थी. जिसको लेकर उपायुक्त ने पाकरटांड प्रखंड का दौरा कर क्षेत्र में निवास करने वाले टाना भगतों से मुलाकात की.
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वैक्सीन को लेकर भ्रमित थे टाना भगत
प्रखंड प्रशासन की मुश्किलों को दूर करने के लिए जिले के उपायुक्त पाकरटांड पहुंचे और भगतों से कोरोना वैक्सीन को लेकर बात की. कोरोना वैक्सीन को लेकर टाना भगतों के मन में जो डर था कि इंजेक्शन लेने के बाद लोग बीमार हो जाते हैं उपायुक्त ने उनकी इस शंका को दूर किया. उन्होंने कई ऐसे लोगों से मुलाकात कर उन्हें समझाया कि ये पूरी तरह सुरक्षित है. जिसके बाद टाना भगतों ने अपनी सहमति वैक्सीनेशन के लिए जाहिर की. कहा कि उनके समुदाय के 226 लोग जल्द ही कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लेंगे. साथ ही उपायुक्त ने टाना भगतों के समग्र विकास के लिए पढ़ो-पढ़ाओ अभियान के तहत इनको जोड़ने की बात कही. इस संबंध में उन्होंने प्रखंड विकास पदाधिकारी कीकू महतो को निर्देशित किया.
क्या बोले उपायुक्त
इसके अलावा उपायुक्त सुशांत गौरव ने पाकरटांड थाना का भी निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि भवन की साफ-सफाई, रंग-रोगन सहित सोलर लाइट लगवाने जैसे कार्य जल्द ही विभिन्न मदों से कराए जाएंगे. याद हो कि पाकरटांड प्रखंड क्षेत्र में बीते दिनों एक व्यक्ति की कोरोना वैक्सीन लेने के बाद मौत होने की बात सामने आई थी. जिसके पश्चात उस क्षेत्र के कई ग्रामीणों ने वैक्सीन लेने से इनकार कर दिया गया था. हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ये साफ हो गया की वृद्ध की मौत वैक्सीन से नहीं बल्कि ब्रेन हेमरेज के कारण हुई थी. इधर उपायुक्त ने जिलावासियों से कोरोना वैक्सीन लेने और सतर्क रहने की अपील की है.