सिमडेगा: यूं तो इस कोरोना काल में कई तरह के योद्धा देखने को मिल रहे हैं, जो अपनी ड्यूटी पूरी शिद्दत के साथ निभा हैं. ताकि आम लोग सुरक्षित रहें और लॉकडाउन में भी लोगों को सुविधा मिलती रहे. ऐसे ही योद्धाओं में सभी के घरों में गैस सिलेंडर पहुंचाने वाले डिलीवरी बॉय भी शामिल हैं, जो अपनी जान की परवाह किए बिना कोरोना महामारी के प्रारंभ से ही नियमित रूप से सभी के घरों में गैस सिलेंडर पहुंचा रहे हैं, ताकि लोगों के घर में चूल्हा जलता रहें औ वे भूखे न रहें.
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दरवाजे तक सिलेंडर की सप्लाई
कोरोना महामारी ने लोगों के मिलने जुलने से लेकर, खानपान और रहन-सहन का तरीका बदल दिया. वहीं इस दौर में गैस सिलेंडर की सप्लाई करने वाले युवक खुद को सुरक्षित रखने के लिए विभिन्न उपाय अपनाते हैं. ताकि लोगों के घरों में गैस की आपूर्ति भी की जा सके और वे स्वयं सुरक्षित रहें. इसके लिए गैस सिलेंडर पहुंचाने वाले वाहन चालक सभी के घरों में दरवाजे तक ही सिलेंडर दे रहे हैं. उनका कहना है कि कोविड के प्रकोप को देखते हुए आम लोगों की ओर से भी सहयोग किया जा रहा.
एजेंसी में कुल 8 कर्मी कार्यरत
सिमडेगा शहरी क्षेत्र में एकमात्र गैस एजेंसी अनीता इंडेन सभी घरों में गैस सिलेंडर की सप्लाई करती है. अब तक गैस आपूर्ति नियमित रूप से किए जाने में शायद ही कोई दिक्कत आई हो. अगर कभी कोई स्टाफ नहीं आया तो दूसरे स्टाफ आधे-एक घंटे पहले आकर जल्दी-जल्दी कार्य को संपन्न करते हैं. ताकि आपूर्ति में किसी प्रकार की न आए. अनीता इंडेन गैस एजेंसी में कुल 8 कर्मी कार्यरत हैं. जिसमें दो व्यक्ति गोदाम में और छह व्यक्ति तीन वाहनों से शहरी क्षेत्र में सिलेंडर की आपूर्ति करते हैं. बीते वर्ष 2020 से लेकर अब तक इनमें से कोई भी कोरोना संक्रमित नहीं पाया गया.
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एजेंसी पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
गैस गोदाम के मुंशी कृष्णा बड़ाइक की माने तो उन लोगों को भी डर लगता है, लेकिन ड्यूटी करनी पड़ती है. इसलिए वे लोग गोदाम में सिलेंडर लेने आने वाले लोगों को निर्धारित दूरी पर खड़ा रखते हैं और बारी-बारी से सभी को सिलेंडर देते हैं. साथ ही नियमित रूप से मास्क और सेनेटाइजर का प्रयोग भी करते हैं. हालांकि जब ईटीवी भारत ने कोविड प्रोटोकॉल के तहत पालन को लेकर छानबीन की तो अधिकांश वाहन चालकों के चेहरे पर मास्क नहीं दिखे, साथ ही किसी के हाथ में ना तो ग्लब्स था और ना ही आस पास सेनेटाइजर दिखाई दिया. यहां तक कि पूछे जाने पर इन लोगों ने बताया कि अब तक किसी ने भी कोरोना का टीका नहीं लिया है.
घर वालों का भी रखते है ध्यान
वहीं, वाहन चालक शीतल एमन बाड़ा ने बताया कि बीते वर्ष की तुलना में इस वर्ष 2021 में कोरोना महामारी का भयावह रूप देखने को मिला है. लेकिन वे लोग मजबूर हैं. इसके साथ ही बताया कि वे लोग जब काम खत्म कर घर लौटते हैं तो घर में घुसने से पूर्व गर्म पानी से नहाते हैं. ताकि किसी प्रकार का इन्फेक्शन उन्हें या उनके परिवार को न हो.