सिमडेगा: डीसी सुशांत गौरव ने चैंपियनशिप के चौथे दिन स्टेडियम पहुंचकर खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया. उन्होंने कहा कि खेल हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग है. खेल से सर्वांगीण विकास तो होता ही है, राष्ट्रीयता और सहनशीलता की भावना भी उत्पन्न होती है. डीसी ने नियंत्रण कक्ष पहुंचकर सीसीटीवी से पूरे स्टेडियम परिसर की विधि व्यवस्था का अवलोकन किया.
ये भी पढ़ें-नेशनल चैंपियनशिप के चौथे दिन खेले गए चार मैच, बारिश के कारण 2 घंटे विलंब से शुरू हुआ टूर्नामेंट
डीसी सुशांत गौरव ने ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत करते हुए कहा कि अब तक की व्यवस्था और आयोजन से बाहर राज्यों से आए खिलाड़ी और उनके कोच सभी संतुष्ट हैं. जहां भी सुधार की आवश्यकता पड़ रही है, उसे अविलंब निर्देशित कर सुधार किया जा रहा है. डीसी ने प्रशासनिक टीम और पुलिस टीम की तारीफ करते हुए कहा कि सभी सतत प्रयत्नशील हैं कि 'अतिथि देवो भव:' के शब्दों को चरितार्थ करने में कोई कमी ना रहे. उन्होंने हॉकी इंडिया का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें फिडबैक मिला है कि वो लोग संतुष्ट हैं.
डीसी ने कहा कि सिमडेगा में सब जूनियर नेशनल चैंपियनशिप का आयोजन करने का निर्णय सही था. उन्होंने कहा कि जब लोगों की उम्मीद बढ़ती है तो दायित्व का बोझ भी काफी बढ़ जाता है. उनकी पूरी जिला स्तरीय टीम तैयार है, हर दिन वो लोग पिछले दिनों से बेहतर करने के लिए प्रयासरत हैं और अप्रैल में होने वाले जूनियर नेशनल चैंपियनशिप के आयोजन को इससे भी बेहतर तरीके से संपन्न कराने की बात कही है.
पिछले दिनों सब-जूनियर नेशनल हॉकी चैंपियनशिप के उद्घाटन के मौके पर सिमडेगा आए सीएम हेमंत सोरेन ने बाहर राज्य से आए खिलाड़ियों को सिमडेगा के पर्यटन स्थलों का भ्रमण कराने की बात कही थी. इसको लेकर उपायुक्त ने कहा कि उनकी टीम की ओर से अन्य राज्यों की टीम और उनके प्रतिनिधि से बात की गई है, उनका एक ही जवाब है, जब तक मैच संपन्न नहीं हो जाता है वो लोग कहीं घूमने नहीं जाएंगे. छुट्टी के दिनों में पर्यटनस्थल घूमने जाने की सोच सकते हैं, क्योंकि खिलाड़ी का पहला उद्देश्य मैच को जीतना होता है, इसलिए जो अतिरिक्त समय मिलता है उसमें आने वाले मैचों की तैयारी में जुटे रहते हैं.