ETV Bharat / state

जल्द छुट्टी लेकर आऊंगा घर, मां से कहकर गए थे किरण सुरीन, तिरंगे से लिपटकर लौटे गांव - चाईबासा आईईडी ब्लास्ट

सिमडेगा के लाल किरण सुरीन चाईबासा आईईडी ब्लास्ट में शहीद हो गए. शहीद जवान के पार्थिव शरीर को गांव लाया गया. जिसके बाद लाल किरण सुरीन का अंतिम संस्कार किया गया. इस मौके पर सैकड़ों लोग पहुंचे और नम आखों से श्रद्धांजली दी.

cremated martyr jawan of simdega
डिजाइन इमेज
author img

By

Published : Mar 5, 2021, 12:27 PM IST

Updated : Mar 5, 2021, 7:19 PM IST

सिमडेगा: चाईबासा आईईडी ब्लास्ट में हुए शहीद सिमडेगा के लाल किरण सुरीन का अंतिम संस्कार किया गया. शहीद जवान को श्रद्धांजलि देने सैकड़ों लोग पहुंचे. विधानसभा का सत्र छोड़ सतारूढ दल के उप मुख्य सचेतक सह कोलेबिरा विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी श्रद्धांजलि देने पहुंचे.

देखें पूरी खबर

ये भी पढ़ें- पति का था इंतजार पार्थिव शरीर आया, चाईबासा में शहीद हुआ जवान

सरकार शहीद के परिजनों के साथ है

विधायक ने शहीद किरण सुरीन को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि सरकार शहीद के परिजनों के साथ है. सरकार शहीद के परिजनों को सहयोग देते हुए उनके परिजनों को हर तरह की मदद करेगी. उन्होंने कहा कि नक्सली भी हमारे भाई हैं वे रास्ता भटक गए हैं. उन्होंने नक्सलियों को भी मुख्यधारा में लौटने की बात करते हुए कहा कि सरकार नक्सलियों को रोजगार देगी वे मुख्यधारा में लौटें. शहीद के परिजनों से मिल स्थानीय भाषा में उनको सांत्वना दी.

लैंड माइन ब्लास्ट में जवान शहीद

चाईबासा के लांजी में नक्सलियों ने गुरुवार की सुबह लैंड माइन ब्लास्ट किया था. इस घटना में झारखंड पुलिस के तीन जवान शहीद हो गए थे. जबकि दो जवान गंभीर रुप से घायल हो गए थे. इस घटना की पुष्टि झारखंड के डीजीपी नीरज सिन्हा ने की. जानकारी के मुताबिक घायल तीनों जवान झारखंड जगुआर के हैं. घटना चाईबासा जिला के टोपलो थाना क्षेत्र की है. घटना की जानकारी मिलने के बाद कोल्हान प्रमंडल के डीआइजी राजीव रंजन सिंह, एसपी अजय लिंडा समेत पुलिस के जवान घटनास्थल पहुंचे.


देश की सेवा करते हुए शहीद

शहीद जवान किरण सुरीन सिमडेगा जिला के कोलेबिरा प्रखंड के नवाटोली पंचायत के गोवरधंसा ग्राम के निवासी थे. किरण के शहीद होने की खबर मिलते ही गांव में शोक की लहर फैल गई. विस्फोट में किरण की मौत होने की खबर मिलते ही कोलेबिरा प्रखंड विकास पदाधिकारी अखिलेश कुमार और थाना प्रभारी रामेश्वर भगत ने शहीद के पार्थिव शरीर को लाने के लिए उनके परिजनों को रांची भेजने की व्यवस्था की. कोलेबिरा गोबरधंसा के नवाटोली गांव स्थित किरण के पैतृक गांव के साथी चुनर सुरीन, गुडविन सुरीन और बगलगीर मरियम सुरीन ने बताया कि किरण का हौसला काफी बुलंद था और कभी हार न मानने वाला इंसान था. बच्चों से उन्हें काफी लगाव था. वह देश की सेवा करते शहीद हो गए. हमें अपने मित्र पर गर्व है.

परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

शहीद के पिता इसराइल सुरीन और मां ग्रेडि सुरीन का रो-रोकर बुरा हाल है. मां अपना दर्द बयान करते हुए कहती हैं कि उसका बेटा 10 फरवरी को गांव में आयोजित एक विवाह समारोह में शामिल होने के लिए घर आया था. उस दौरान उन्होंने कहा था कि जल्द ही छुट्टी लेकर घर आएंगे लेकिन हम लोगों को क्या पता कि वह आखरी बार घर आए हैं.

ये भी पढ़ें- हजारीबागः निजी स्कूलों में RTE की अनदेखी, गरीब बच्चों को नहीं मिल रहा 25% आरक्षण का लाभ

शहीद के भाई-बहन ने क्या कहा

कोलेबिरा में मौजूद शहीद किरण का 19 वर्षीय भाई अटल सुरीन बीए सेमेस्टर वन का छात्र और बहन रश्मि सुरिन जो एसके बागे महाविद्यालय में बीए सेमेस्टर 4 की छात्रा है. उन्होंने रोते-रोते बताया कि वह फौज में जाना चाहते थे लेकिन किसी कारणवश छंट जाने के बाद पुलिस की नौकरी के लिए फॉर्म भरी और 2017 में नोकरी लग गई. मेरा भाई देश के लिए शहीद हुआ यह मेरे लिए गर्व की बात है. वे फौज में नौकरी के लिए चार बजे सुबह से ही दौड़ना शुरु करते थे. अब वह हमारे बीच नहीं रहे.


2018 में हुई थी शादी

किरण की शादी 2018 में घाटशिला निवासी ग्रेस गुड़िया से हुई थी. अभी तक उनकी कोई संतान नहीं है. किरण अपने पीछे अपनी पत्नी ग्रेस गुड़िया को छोड़ गए. वह पश्चिमी सिंहभूम के कुमार डोंगी में सहायक शिक्षिका है. इधर किरण के शहीद होने की जानकारी मिलने पर कोलेबिरा प्रखंड सहित पूरे जिले में शोक की लहर है.


खेल के प्रति था लगाव

लाल किरण को खेल के प्रति काफी लगाव था. हर समय वे गांव वालों की मदद करते थे. घटना के बाद पूरे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. हर किसी के आंखों में आंसू दिखाई दे रहा है. लोग एक दूसरे को लोग संतवाना दे रहे हैं. शहीद किरण का अंतिम संस्कार गांव में ही किया गया.

सिमडेगा: चाईबासा आईईडी ब्लास्ट में हुए शहीद सिमडेगा के लाल किरण सुरीन का अंतिम संस्कार किया गया. शहीद जवान को श्रद्धांजलि देने सैकड़ों लोग पहुंचे. विधानसभा का सत्र छोड़ सतारूढ दल के उप मुख्य सचेतक सह कोलेबिरा विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी श्रद्धांजलि देने पहुंचे.

देखें पूरी खबर

ये भी पढ़ें- पति का था इंतजार पार्थिव शरीर आया, चाईबासा में शहीद हुआ जवान

सरकार शहीद के परिजनों के साथ है

विधायक ने शहीद किरण सुरीन को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि सरकार शहीद के परिजनों के साथ है. सरकार शहीद के परिजनों को सहयोग देते हुए उनके परिजनों को हर तरह की मदद करेगी. उन्होंने कहा कि नक्सली भी हमारे भाई हैं वे रास्ता भटक गए हैं. उन्होंने नक्सलियों को भी मुख्यधारा में लौटने की बात करते हुए कहा कि सरकार नक्सलियों को रोजगार देगी वे मुख्यधारा में लौटें. शहीद के परिजनों से मिल स्थानीय भाषा में उनको सांत्वना दी.

लैंड माइन ब्लास्ट में जवान शहीद

चाईबासा के लांजी में नक्सलियों ने गुरुवार की सुबह लैंड माइन ब्लास्ट किया था. इस घटना में झारखंड पुलिस के तीन जवान शहीद हो गए थे. जबकि दो जवान गंभीर रुप से घायल हो गए थे. इस घटना की पुष्टि झारखंड के डीजीपी नीरज सिन्हा ने की. जानकारी के मुताबिक घायल तीनों जवान झारखंड जगुआर के हैं. घटना चाईबासा जिला के टोपलो थाना क्षेत्र की है. घटना की जानकारी मिलने के बाद कोल्हान प्रमंडल के डीआइजी राजीव रंजन सिंह, एसपी अजय लिंडा समेत पुलिस के जवान घटनास्थल पहुंचे.


देश की सेवा करते हुए शहीद

शहीद जवान किरण सुरीन सिमडेगा जिला के कोलेबिरा प्रखंड के नवाटोली पंचायत के गोवरधंसा ग्राम के निवासी थे. किरण के शहीद होने की खबर मिलते ही गांव में शोक की लहर फैल गई. विस्फोट में किरण की मौत होने की खबर मिलते ही कोलेबिरा प्रखंड विकास पदाधिकारी अखिलेश कुमार और थाना प्रभारी रामेश्वर भगत ने शहीद के पार्थिव शरीर को लाने के लिए उनके परिजनों को रांची भेजने की व्यवस्था की. कोलेबिरा गोबरधंसा के नवाटोली गांव स्थित किरण के पैतृक गांव के साथी चुनर सुरीन, गुडविन सुरीन और बगलगीर मरियम सुरीन ने बताया कि किरण का हौसला काफी बुलंद था और कभी हार न मानने वाला इंसान था. बच्चों से उन्हें काफी लगाव था. वह देश की सेवा करते शहीद हो गए. हमें अपने मित्र पर गर्व है.

परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल

शहीद के पिता इसराइल सुरीन और मां ग्रेडि सुरीन का रो-रोकर बुरा हाल है. मां अपना दर्द बयान करते हुए कहती हैं कि उसका बेटा 10 फरवरी को गांव में आयोजित एक विवाह समारोह में शामिल होने के लिए घर आया था. उस दौरान उन्होंने कहा था कि जल्द ही छुट्टी लेकर घर आएंगे लेकिन हम लोगों को क्या पता कि वह आखरी बार घर आए हैं.

ये भी पढ़ें- हजारीबागः निजी स्कूलों में RTE की अनदेखी, गरीब बच्चों को नहीं मिल रहा 25% आरक्षण का लाभ

शहीद के भाई-बहन ने क्या कहा

कोलेबिरा में मौजूद शहीद किरण का 19 वर्षीय भाई अटल सुरीन बीए सेमेस्टर वन का छात्र और बहन रश्मि सुरिन जो एसके बागे महाविद्यालय में बीए सेमेस्टर 4 की छात्रा है. उन्होंने रोते-रोते बताया कि वह फौज में जाना चाहते थे लेकिन किसी कारणवश छंट जाने के बाद पुलिस की नौकरी के लिए फॉर्म भरी और 2017 में नोकरी लग गई. मेरा भाई देश के लिए शहीद हुआ यह मेरे लिए गर्व की बात है. वे फौज में नौकरी के लिए चार बजे सुबह से ही दौड़ना शुरु करते थे. अब वह हमारे बीच नहीं रहे.


2018 में हुई थी शादी

किरण की शादी 2018 में घाटशिला निवासी ग्रेस गुड़िया से हुई थी. अभी तक उनकी कोई संतान नहीं है. किरण अपने पीछे अपनी पत्नी ग्रेस गुड़िया को छोड़ गए. वह पश्चिमी सिंहभूम के कुमार डोंगी में सहायक शिक्षिका है. इधर किरण के शहीद होने की जानकारी मिलने पर कोलेबिरा प्रखंड सहित पूरे जिले में शोक की लहर है.


खेल के प्रति था लगाव

लाल किरण को खेल के प्रति काफी लगाव था. हर समय वे गांव वालों की मदद करते थे. घटना के बाद पूरे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. हर किसी के आंखों में आंसू दिखाई दे रहा है. लोग एक दूसरे को लोग संतवाना दे रहे हैं. शहीद किरण का अंतिम संस्कार गांव में ही किया गया.

Last Updated : Mar 5, 2021, 7:19 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.