सिमडेगा: जिले में अवैध बालू की ढुलाई धड़ल्ले से जारी है, जबकि 5 घाटों को छोड़कर सभी की लीज अवधि समाप्त हो चुकी है. खनन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय से कुछ किलोमीटर दूर स्थित शंख नदी बालू घाट और बानो क्षेत्र में चार बालू घाटों की लीज अवधि अभी शेष है. ऐसे में लीज समाप्त होने के बावजूद बालू ढुलाई होने से सरकार को लाखों रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है.
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अवैध बालू के धंधे को बढ़ावा
सिमडेगा जिला मुख्यालय हो या प्रखंड का क्षेत्र लगभग सभी क्षेत्रों में कमोबेश यही स्थिति बनी हुई है. जिला मुख्यालय स्थित फरसाबेड़ा क्षेत्र का घाट, मधुबन, सिकरियाटांड और पंडरीपानी के बालू घाट से बालू की ढुलाई बेरोकटोक जारी है. इधर बोलबा क्षेत्र के शंख घाट से पूरे दिन बेरोकटोक बालू ढुलाई का मामला सामने आया है. लोगों से मिली जानकारी के अनुसार कारोबारी पुल के समीप से बालू उठा रहे हैं, जिससे पुल को नुकसान पहुंचने की प्रबल संभावना है.
बालू कारोबारी लोगों को बालू ढुलाई में प्रशासनिक धरपकड़ की बात बताकर मोटी रकम वसूल रहे हैं. जबकि चालान नहीं कटने के कारण एक मोटी-गाढ़ी कमाई बालू व्यापारियों के जेब में जा रही है. जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय के समीप के घाटों में कारोबारी सुबह के वक्त तेजी से बालू का उठाते हैं. जिला खनन पदाधिकारी राम नरेश सिंह ने कहा कि बीते दिनों चुनाव कार्य के कारण थोड़ी मुश्किल आ रही थी, लेकिन अब फिर से अभियान शुरू किया जाएगा.