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मॉब लिंचिंग में मारा गया व्यक्ति भाजपा कार्यकर्ता, साजिश के तहत हत्या, दो साल में डेढ़ दर्जन लिंचिंग की घटनाएंः भाजपा

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Published : Jan 5, 2022, 12:40 PM IST

Updated : Jan 5, 2022, 1:14 PM IST

Simdega Mob Lynching case तूल पकड़ता जा रहा है. इसको लेकर सिमडेगा में भाजपा नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. भाजपा नेताओं ने मीडिया से बात में इसके पीछे साजिश की आशंका जताई है. उन्होंने कहा कि साजिश के तहत बंबल केरा छपरीडिपो निवासी भाजपा कार्यकर्ता की मॉब लिंचिंग की गई. इसके लिए भाजपा नेताओं ने हेमंत सरकार पर सवाल उठाए हैं. भाजपा नेताओं ने हेमंत सरकार के दो साल के कार्यकाल में झारखंड में डेढ़ दर्जन लिंचिंग की घटनाएं होने का दावा भी किया है.

BJP Leaders Statement on Mob Lynching in Simdega
भाजपा कार्यकर्ता की मॉब लिंचिंग पर भाजपा नेताओं के बयान

सिमडेगा: सिमडेगा में मॉब लिंचिंग का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. जिले के बेसराजरा बाजार के पास Mob Lynching की घटना की भाजपा ने तीखी भर्त्सना की और झारखंड की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए. बुधवार को भाजपा नेताओं ने कहा कि मॉब लिंचिंग में मारा गया शख्स भाजपा कार्यकर्ता था और सोची समझी साजिश के तहत उसकी हत्या की गई है. भाजपा नेताओं ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की भी मांग की.

भाजपा नेताओं ने कहा कि झारखंड सरकार दिखावे के लिए तो मॉब लिंचिंग बिल लाई है, जबकि उसे रोकने का सरकार का कोई मकसद नहीं है. भाजपा नेताओं ने कहा कि हेमंत सरकार के दो साल के कार्यकाल में राज्य में डेढ़ दर्जन लिंचिंग की घटनाएं हो चुकी हैं.

ये भी पढ़ें- Mob Lynching In Simdega: आक्रोशित भीड़ ने ग्रामीण को जला दिया जिंदा, लकड़ी चोरी का आरोप

बता दें कि कोलेबिरा विधानसभा के ठेठईटांगर थाना क्षेत्र में बंबल केरा छपरीडिपो निवासी भाजपा कार्यकर्ता संजू प्रधान उर्फ भौवा की मंगलवार दोपहर बेसराजारा बाज़ार के पास भीड़ ने पिटाई की और घायल होने पर उसे जिंदा जला दिया. भाजपा कार्यकर्ता की मॉब लिंचिंग पर भाजपा जिलाध्यक्ष लक्ष्मण बड़ाईक ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. जिला अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता की लिंचिंग सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है.

देखें पूरी खबर

दो साल में डेढ़ दर्जन मॉब लिंचिंगः लक्ष्मण बड़ाईक

बड़ाईक ने कहा कि भौवा भाजपा के मजबूत कार्यकर्ता थे, राज्य सरकार के 2 वर्ष पूरे हो चुके हैं और इस 2 वर्ष में लगभग डेढ़ दर्जन मॉब लिंचिंग की घटनाएं झारखंड में हो चुकी हैं. झारखंड की हेमंत सरकार विधानसभा में मॉब लिंचिंग बिल लाने का दिखावा कर रही है, लेकिन धरातल पर लिंचिंग को रोकने का कोई प्रयास नहीं कर रही है. भारतीय जनता पार्टी सरकार एवं प्रशासन से अविलंब दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करती है. भाजपा ने झारखंड सरकार को चेताया है कि अगर दोषियों पर कार्रवाई नहीं होती तो भाजपा उग्र आंदोलन करेगी.

पूर्व मंत्री विमला प्रधान ने जताया शोक

इधर सिमडेगा में भाजपा कार्यकर्ता की मॉब लिंचिंग मामले में पूर्व मंत्री विमला प्रधान ने शोक व्यक्त किया है. विमला प्रधान ने कहा कि इस तरह की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और समाज में बर्दाश्त नहीं होगी. उनका आरोप है कि एक स्थानीय जनप्रतिनिधि ने 28 दिसंबर को उस क्षेत्र का दौरा कर लोगों को खूंटकटी कानून को लेकर भड़काया था. इससे असामाजिक तत्वों को बल मिला और आज भाजपा कार्यकर्ता की लिंचिंग कर दी गई. इससे साफ पता चलता है कि भाजपा कार्यकर्ता की हत्या एक साजिश के तहत हुई है. भारतीय जनता पार्टी सरकार एवं प्रशासन से मांग करती है कि दोषी व्यक्तियों पर अविलंब कार्रवाई की जाए.

ये भी पढ़ें-Jharkhand Congress Working Committee: उरांव की राह पर ठाकुर, रास आ रहा आलाकमान फॉर्मूला

झारखंड में कानून व्यवस्था ध्वस्तः केंद्रीय मंत्री प्रतिनिधि

वहीं केंद्रीय मंत्री के प्रतिनिधि सुशील श्रीवास्तव ने भी घटना पर दुख व्यक्त किया है. श्रीवास्तव ने कहा कि जिस तरह से झारखंड में गठबंधन की सरकार आने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले हो रहे हैं और हत्याएं हो रहीं हैं. वह दुर्भाग्यपूर्ण है. एक दिन पूर्व विधायक पर नक्सलियों का हमला, उसमें दो अंगरक्षकों की हत्या एवं बम्बल केरा में भाजपा कार्यकर्ता की जिंदा जला देने की घटना यह बताती है कि झारखंड में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है.

सुशील श्रीवास्तव ने मांग की कि झारखंड में अविलंब सरकार को भंग कर राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए. भाजपा नेताओं ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता आरोपित भी था, दोषी साबित नहीं हुआ था. फिर भी उसकी जान ले ली गई यह न्याय संगत नहीं है. सरकार और प्रशासन अविलंब दोषियों पर कार्रवाई करे.

सिमडेगा: सिमडेगा में मॉब लिंचिंग का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. जिले के बेसराजरा बाजार के पास Mob Lynching की घटना की भाजपा ने तीखी भर्त्सना की और झारखंड की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए. बुधवार को भाजपा नेताओं ने कहा कि मॉब लिंचिंग में मारा गया शख्स भाजपा कार्यकर्ता था और सोची समझी साजिश के तहत उसकी हत्या की गई है. भाजपा नेताओं ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की भी मांग की.

भाजपा नेताओं ने कहा कि झारखंड सरकार दिखावे के लिए तो मॉब लिंचिंग बिल लाई है, जबकि उसे रोकने का सरकार का कोई मकसद नहीं है. भाजपा नेताओं ने कहा कि हेमंत सरकार के दो साल के कार्यकाल में राज्य में डेढ़ दर्जन लिंचिंग की घटनाएं हो चुकी हैं.

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बता दें कि कोलेबिरा विधानसभा के ठेठईटांगर थाना क्षेत्र में बंबल केरा छपरीडिपो निवासी भाजपा कार्यकर्ता संजू प्रधान उर्फ भौवा की मंगलवार दोपहर बेसराजारा बाज़ार के पास भीड़ ने पिटाई की और घायल होने पर उसे जिंदा जला दिया. भाजपा कार्यकर्ता की मॉब लिंचिंग पर भाजपा जिलाध्यक्ष लक्ष्मण बड़ाईक ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. जिला अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता की लिंचिंग सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है.

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दो साल में डेढ़ दर्जन मॉब लिंचिंगः लक्ष्मण बड़ाईक

बड़ाईक ने कहा कि भौवा भाजपा के मजबूत कार्यकर्ता थे, राज्य सरकार के 2 वर्ष पूरे हो चुके हैं और इस 2 वर्ष में लगभग डेढ़ दर्जन मॉब लिंचिंग की घटनाएं झारखंड में हो चुकी हैं. झारखंड की हेमंत सरकार विधानसभा में मॉब लिंचिंग बिल लाने का दिखावा कर रही है, लेकिन धरातल पर लिंचिंग को रोकने का कोई प्रयास नहीं कर रही है. भारतीय जनता पार्टी सरकार एवं प्रशासन से अविलंब दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करती है. भाजपा ने झारखंड सरकार को चेताया है कि अगर दोषियों पर कार्रवाई नहीं होती तो भाजपा उग्र आंदोलन करेगी.

पूर्व मंत्री विमला प्रधान ने जताया शोक

इधर सिमडेगा में भाजपा कार्यकर्ता की मॉब लिंचिंग मामले में पूर्व मंत्री विमला प्रधान ने शोक व्यक्त किया है. विमला प्रधान ने कहा कि इस तरह की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और समाज में बर्दाश्त नहीं होगी. उनका आरोप है कि एक स्थानीय जनप्रतिनिधि ने 28 दिसंबर को उस क्षेत्र का दौरा कर लोगों को खूंटकटी कानून को लेकर भड़काया था. इससे असामाजिक तत्वों को बल मिला और आज भाजपा कार्यकर्ता की लिंचिंग कर दी गई. इससे साफ पता चलता है कि भाजपा कार्यकर्ता की हत्या एक साजिश के तहत हुई है. भारतीय जनता पार्टी सरकार एवं प्रशासन से मांग करती है कि दोषी व्यक्तियों पर अविलंब कार्रवाई की जाए.

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झारखंड में कानून व्यवस्था ध्वस्तः केंद्रीय मंत्री प्रतिनिधि

वहीं केंद्रीय मंत्री के प्रतिनिधि सुशील श्रीवास्तव ने भी घटना पर दुख व्यक्त किया है. श्रीवास्तव ने कहा कि जिस तरह से झारखंड में गठबंधन की सरकार आने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले हो रहे हैं और हत्याएं हो रहीं हैं. वह दुर्भाग्यपूर्ण है. एक दिन पूर्व विधायक पर नक्सलियों का हमला, उसमें दो अंगरक्षकों की हत्या एवं बम्बल केरा में भाजपा कार्यकर्ता की जिंदा जला देने की घटना यह बताती है कि झारखंड में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है.

सुशील श्रीवास्तव ने मांग की कि झारखंड में अविलंब सरकार को भंग कर राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए. भाजपा नेताओं ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता आरोपित भी था, दोषी साबित नहीं हुआ था. फिर भी उसकी जान ले ली गई यह न्याय संगत नहीं है. सरकार और प्रशासन अविलंब दोषियों पर कार्रवाई करे.

Last Updated : Jan 5, 2022, 1:14 PM IST
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