सिमडेगा: सदर अस्पताल सिमडेगा में रानी कुमारी एक वार्ड अटेंडेंट के रुप में कार्यरत हैं. लेकिन मरीजों के प्रति उनकी सेवा भावना देख लोग उनके मुरीद हैं. कोई मजबूर या बीमार शख्स इलाज कराने अस्पताल आ जाए तो उससे उसकी तकलीफ देखी नहीं जाती. वो पूरी लगनता के साथ सेवा में जुट जाती हैं.
ठीक करने का उठाया बीड़ा
बता दें कि करीब एक माह पूर्व मानसिक रूप से विक्षिप्त एक व्यक्ति को सदर अस्पताल लाकर छोड़ा गया था. जिसके बाएं हाथ में जख्म थे और उसमें कीड़े तक लग रहे थे. जिसे देख कर अन्य कर्मियों ने उसका इलाज करने से मना कर दिया. वहीं दर्द से तड़पते उस व्यक्ति की तकलीफ देखकर रानी ने उसे ठीक करने का बीड़ा उठाया.
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रानी की मेहनत रंग लाई
रानी ने एक माह तक खान-पान से लेकर इलाज तक का ध्यान दिया. रानी की मेहनत रंग लाई और विक्षिप्त व्यक्ति के हाथों का जख्म तो ठीक हुआ ही साथ ही उसकी मानसिक स्थिति में भी सुधार होने लगी. बीमार शख्स अपना नाम उपेंद्र, गांव चंदाबाड़ा जिला नवादा बिहार राज्य का रहने वाला बताता है. अब यदि जिला प्रशासन कुछ पहल करे तो उस व्यक्ति के परिजनों को ढूंढ कर उसे सौंप दें.
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रानी को सम्मानित भी किया गया है
इधर, सिविल सर्जन प्रमोद कुमार सिन्हा ने बताया कि रानी कुमारी की सेवा भावना से वह खुद परिचित हैं. पूर्व में भी उसने एक मरीज की बेहतर देखभाल की थी, जिसे लेकर उसे सम्मानित भी किया गया था.