सिमडेगा: जिले के नगर परिषद क्षेत्र में जहां करीब डेढ़ दर्जन सामुदायिक शौचालयों का निर्माण नगर परिषद की तरफ से कराया गया है. जिसमें कई शौचालय निर्माण के 2 वर्ष पूरे हो चुके हैं. तो कइयों के 1 साल से ज्यादा का समय बीत चुका है. लेकिन उन शौचालय को आम लोगों के उपयोग के लिए अब तक चालू नहीं किया गया है. जिससे ये भवन खंडहर में तब्दील हो रहे हैं.
इसे भी पढ़ें-मेडिकल छात्रों के पक्ष में रघुवर दास, नामांकन में छूट देने का किया आग्रह
गलत जगह शौचालय बनाने का आरोप
ये सामुदायिक शौचालय ऐसी बस्तियों में बने हैं जहां उसकी कोई उपयोगिता ही नहीं है. वहां लगभग सभी घरों में शौचालय है. इस संबंध में नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी देवकुमार राम गोल मटोल बात करते हुए नजर आते हैं. कहते है कि पहले संचालन की जिम्मेदारी एजेंसी को दी गई थी. लाभ नहीं होने के कारण एजेंसी ने संचालन से मना कर दिया. जबकि लगभग डेढ़ दर्जन शौचालय को अब तक चालू ही नहीं किया गया है.
पौसों के बंदरबांट का आरोप
वहीं, कांग्रेस नेता प्रदीप केसरी कहते हैं कि नगर परिषद में पूरी तरह से सरकारी पैसों के बंदरबांट का खेल चल रहा है. निर्मित शौचालय को जल्द चालू किया जाए. जिससे कि आम लोगों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो.