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सिमडेगा में डेढ़ दर्जन सामुदायिक शौचालय पड़े हैं बंद, नगर परिषद को चालू करने में नहीं है रुचि

सिमडेगा जिले में डेढ़ दर्जन सामुदायिक शौचालय पड़े बंद है. जिसकी वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं नगर परिषद को बंद पड़े सामुदायिक शौचालय को चालू कराने में कोई रुचि नहीं दिखा रहा है.

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सामुदायिक शौचालय पड़े हैं बंद
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Published : Jan 10, 2021, 7:21 PM IST

सिमडेगा: जिले के नगर परिषद क्षेत्र में जहां करीब डेढ़ दर्जन सामुदायिक शौचालयों का निर्माण नगर परिषद की तरफ से कराया गया है. जिसमें कई शौचालय निर्माण के 2 वर्ष पूरे हो चुके हैं. तो कइयों के 1 साल से ज्यादा का समय बीत चुका है. लेकिन उन शौचालय को आम लोगों के उपयोग के लिए अब तक चालू नहीं किया गया है. जिससे ये भवन खंडहर में तब्दील हो रहे हैं.

देखें स्पेशल खबर
सामुदायिक शौचालयों के बंद होने से परेशानी
नगर परिषद की तरफ से शहर के मार्केट कंपलेक्स के पास, गांधी मैदान, सदर अस्पताल, अल्बर्ट एक्का स्टेडियम, सलडेगा चौक सहित अन्य बस्तियों में सामुदायिक शौचालय तो बना दिए गए हैं. लेकिन न तो इन्हें चालू किया गया है और न ही इन्हें देखरेख के लिए सौंपा गया है. यहां तक की नगर परिषद कार्यालय के पास निर्मित सामुदायिक शौचालय को भी चालू नहीं किया गया है. इस सामुदायिक शौचालय पर किसी ने कब्जा कर लिया है और लोगों से उपयोग के नाम पर मनमानी राशि वसूली जा रही है.
महिलाओं को होती है काफी परेशानी
सबसे ज्यादा मुश्किल तो शहरी क्षेत्र के मार्केट कंपलेक्स और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में लोगों को होती है. जहां प्रतिदिन 2-3 हजार लोगों का आवागमन होता है. लेकिन उन्हें शौच के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है. खासकर महिलाओं को इसमें काफी दिक्कत आती है. स्वच्छ भारत का सपना साकार करने के लिए जहां देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशवासियों से अपील करते रहते हैं. वहीं, सिमडेगा नगर परिषद इस दिशा में निष्क्रिय है.


इसे भी पढ़ें-मेडिकल छात्रों के पक्ष में रघुवर दास, नामांकन में छूट देने का किया आग्रह

गलत जगह शौचालय बनाने का आरोप
ये सामुदायिक शौचालय ऐसी बस्तियों में बने हैं जहां उसकी कोई उपयोगिता ही नहीं है. वहां लगभग सभी घरों में शौचालय है. इस संबंध में नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी देवकुमार राम गोल मटोल बात करते हुए नजर आते हैं. कहते है कि पहले संचालन की जिम्मेदारी एजेंसी को दी गई थी. लाभ नहीं होने के कारण एजेंसी ने संचालन से मना कर दिया. जबकि लगभग डेढ़ दर्जन शौचालय को अब तक चालू ही नहीं किया गया है.

पौसों के बंदरबांट का आरोप
वहीं, कांग्रेस नेता प्रदीप केसरी कहते हैं कि नगर परिषद में पूरी तरह से सरकारी पैसों के बंदरबांट का खेल चल रहा है. निर्मित शौचालय को जल्द चालू किया जाए. जिससे कि आम लोगों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो.

सिमडेगा: जिले के नगर परिषद क्षेत्र में जहां करीब डेढ़ दर्जन सामुदायिक शौचालयों का निर्माण नगर परिषद की तरफ से कराया गया है. जिसमें कई शौचालय निर्माण के 2 वर्ष पूरे हो चुके हैं. तो कइयों के 1 साल से ज्यादा का समय बीत चुका है. लेकिन उन शौचालय को आम लोगों के उपयोग के लिए अब तक चालू नहीं किया गया है. जिससे ये भवन खंडहर में तब्दील हो रहे हैं.

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सामुदायिक शौचालयों के बंद होने से परेशानी
नगर परिषद की तरफ से शहर के मार्केट कंपलेक्स के पास, गांधी मैदान, सदर अस्पताल, अल्बर्ट एक्का स्टेडियम, सलडेगा चौक सहित अन्य बस्तियों में सामुदायिक शौचालय तो बना दिए गए हैं. लेकिन न तो इन्हें चालू किया गया है और न ही इन्हें देखरेख के लिए सौंपा गया है. यहां तक की नगर परिषद कार्यालय के पास निर्मित सामुदायिक शौचालय को भी चालू नहीं किया गया है. इस सामुदायिक शौचालय पर किसी ने कब्जा कर लिया है और लोगों से उपयोग के नाम पर मनमानी राशि वसूली जा रही है.
महिलाओं को होती है काफी परेशानी
सबसे ज्यादा मुश्किल तो शहरी क्षेत्र के मार्केट कंपलेक्स और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में लोगों को होती है. जहां प्रतिदिन 2-3 हजार लोगों का आवागमन होता है. लेकिन उन्हें शौच के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है. खासकर महिलाओं को इसमें काफी दिक्कत आती है. स्वच्छ भारत का सपना साकार करने के लिए जहां देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशवासियों से अपील करते रहते हैं. वहीं, सिमडेगा नगर परिषद इस दिशा में निष्क्रिय है.


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गलत जगह शौचालय बनाने का आरोप
ये सामुदायिक शौचालय ऐसी बस्तियों में बने हैं जहां उसकी कोई उपयोगिता ही नहीं है. वहां लगभग सभी घरों में शौचालय है. इस संबंध में नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी देवकुमार राम गोल मटोल बात करते हुए नजर आते हैं. कहते है कि पहले संचालन की जिम्मेदारी एजेंसी को दी गई थी. लाभ नहीं होने के कारण एजेंसी ने संचालन से मना कर दिया. जबकि लगभग डेढ़ दर्जन शौचालय को अब तक चालू ही नहीं किया गया है.

पौसों के बंदरबांट का आरोप
वहीं, कांग्रेस नेता प्रदीप केसरी कहते हैं कि नगर परिषद में पूरी तरह से सरकारी पैसों के बंदरबांट का खेल चल रहा है. निर्मित शौचालय को जल्द चालू किया जाए. जिससे कि आम लोगों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो.

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