सरायकेला: जिले में सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से इन दिनों निजी सामाजिक और गैर सरकारी संगठन बेहतरीन प्रयास कर रहे हैं. ग्रामीण महिलाओं को समूह में जोड़कर उन्हें प्रेरित करने के उद्देश्य से आत्मनिर्भर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिसमें महिलाओं को ट्रेनिंग दी जा रही है.
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कोरोना काल के बाद ग्रामीण क्षेत्र में बड़ी संख्या में महिलाएं बेरोजगार हो गई, तो कई ने स्वरोजगार भी शुरू किया है. इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए निजी संस्था सुकन्या सामाजिक जन सहयोग फाउंडेशन द्वारा ग्रामीण महिलाओं को समूह में जोड़कर उन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा है. महिलाओं को अगरबत्ती, मोमबत्ती, पापड़, सेनेटाइजर, नैपकिन पैड बनाने के गुर सिखाए जा रहे हैं, जिसका प्रशिक्षण प्राप्त कर महिलाएं आगे स्वरोजगार से जुड़ सकेंगी.
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की पहल
सामाजिक संगठन संस्था के ओर से गरीब और असहाय महिलाओं को विशेष कर प्रशिक्षण कार्यक्रम से जोड़ा जा रहा है, ताकि वो ना सिर्फ खुद अपने पैर पर खड़ा हो सके, बल्कि अपने साथ-साथ आसपास की भी महिलाओं को आत्मनिर्भर बना सके. प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान महिलाओं को घरेलू उत्पाद बनाने के अलावा सौंदर्य प्रसाधन और आम रोजमर्रा से संबंधित उपयोग में लाए जाने वाले वस्तुओं के निर्माण की भी जानकारी दी जा रही है.
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ऑनलाइन बाजार उपलब्ध कराने की पहल
ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के समूह के ओर से बनाए गए घरेलू उत्पादों को बाजार तक पहुंचाने के लिए संस्थाएं विशेष प्रयास कर रही हैं. इसके तहत इन उत्पादों को ऑनलाइन मार्केटिंग के जरिए शहरों तक पहुंचाया जाएगा. इसके अलावा तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी ग्रामीण महिलाओं के बनाए गए उत्पादों का प्रचार किया जाएगा.