सरायकेला: चांडिल डैम (Chandil Dam) का जलस्तर 181 मीटर तक पहुंच गया है. जलस्तर 180 मीटर पार होने के बाद विस्थापित दर्जनों गांवों में डैम का पानी प्रवेश करेगा, जिससे ग्रामीणों में इस वक्त डर बना हुआ है. किसान अपनी फसलें बचाने में जुट गए हैं. इधर, जल संसाधन विभाग अंतर्गत सुवर्णरेखा देसी परियोजना की ओर से इस बार 183 मीटर डैम का जलस्तर(Dam Water Level) ले जाने का निर्णय पूर्व में ही लिया गया है.
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183 मीटर जलस्तर रखने का है आदेश
चांडिल डैम का जलस्तर (Water Level) इस बार बारिश (Rain) को देखते हुए 183 मीटर जलस्तर पर रखने का निर्णय लिया गया है. इसे लेकर कुछ दिनों पहले हुई आपदा प्रबंधन की बैठक में भी इस बात पर सहमति बनी थी. हालांकि जलस्तर बढ़ने से विस्थापित क्षेत्र डूब जाते हैं. वहीं समस्या को लेकर सालों से राजनीति भी होती आई है, लेकिन 183 मीटर जलस्तर नहीं जाने से कई क्षेत्रों में सिंचाई का पानी नहीं पहुंचता, जबकि आसपास के क्षेत्र डूब जाते हैं.
विस्थापित क्षेत्र के लोग फसल बचाने में जुटे
मानसून (Monsoon) के दस्तक देते ही चांडिल डैम का जलस्तर 180 मीटर से बढ़ाए जाने का निर्णय लिया गया है. इधर विस्थापित क्षेत्र के ग्रामीणों में इसे लेकर भय देखा जा रहा है, ग्रामीण अभी से अपने खेतों में लगी फसल (Crop) बचाने में जुट गए हैं, हालांकि रेडियल गेट खोले जाने से विस्थापित क्षेत्र में डैम का पानी प्रवेश नहीं करेगा, लेकिन अधिक से अधिक क्षेत्र को सिंचित करने के लिए डैम का जलस्तर बढ़ाने की आवश्यकता है.