ETV Bharat / state

NIT कॉलेज की चारदीवारी निर्माण का ग्रामीणों ने किया विरोध, रास्ता बंद करने से हुए आक्रोशित - जमशेदपुर सांसद विद्युत बरन महतो पहुंचे.

सरायकेला स्थित नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी) कैंपस चारदीवारी किए जाने का स्थानीय ग्रामीणों ने पुरजोर विरोध किया है. संस्थान जो चारदीवारी निर्माण करवा रही है उससे असंगी गांव की ओर रास्ता बंद हो जाएगा. घटना की जानकारी मिलते ही जमशेदपुर सांसद विद्युत बरन महतो पहुंचे.

Villagers protest against construction of boundary wall of NIT college
चारदीवारी निर्माण का ग्रामीणों ने किया विरोध
author img

By

Published : Jan 17, 2020, 12:30 PM IST

सरायकेला: जिला के आदित्यपुर स्थित नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी) द्वारा कैंपस चारदीवारी बनाए जाने का स्थानीय ग्रामीणों ने पुरजोर विरोध किया है. संस्थान जो चारदीवारी निर्माण करवा रही है उससे असंगी गांव की ओर रास्ता बंद हो जाएगा. जिस पर स्थानीय ग्रामीण उग्र हो गए और निर्माण कार्य रुकवा दिया.

देखें पूरी खबर
गांव जाने का रास्ता बंद करने की सूचना पाकर सैकड़ों की संख्या में स्थानीय ग्रामीण वहां पहुंचे और चारदीवारी निर्माण का विरोध शुरू कर दिया, इधर रास्ता बंद किए जाने की सूचना स्थानीय ग्रामीणों ने स्थानीय निवासी और जमशेदपुर के सांसद विद्युत बरन महतो को दी गई, जिसके बाद सांसद वहां पहुंचे. इस दौरान सांसद ने चारदीवारी काम करवा रहे एनआईटी कॉलेज के सुरक्षा चेयर पर्सन संजय कुमार को जमकर फटकार लगाई.

सांसद विद्युत बरन महतो ने कहा कि पहले एनआईटी कॉलेज संस्थान के चारों ओर बन रहे चहारदीवारी निर्माण के साथ रिंग रोड का काम पूरा करे, इसके बाद ही गांव की ओर जाने वाले रास्ते को बंद करे.

ये भी देखें- सरायकेलाः टुसू पर्व की धूम, मेले में उमड़ी लोगों की भीड़

कॉलेज प्रबंधन पर लगा मनमानी का आरोप
मौके पर ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि संस्थान ने पहले 21 फीट रिंग रोड निर्माण किए जाने का वादा किया था, लेकिन अब संस्थान महज 12 से 13 फीट चौड़ा रास्ता दे रहा है. जिस पर ग्रामीणों को घोर आपत्ति है. इस पर सांसद विद्युत बरन महतो ने कहा कि गांव के लोग एनआईटी कॉलेज को हमेशा सहयोग करते है. सांसद ने कहा कि कॉलेज शुरुआती दौर से ग्रामीणों को ठगने का काम करते आ रही है, उन्होंने कहा कि स्थानीय ग्रामीण युवकों के लिए संस्थान ने कुछ नहीं किया. रोजगार से लेकर शिक्षा तक की व्यवस्था नहीं की गई है. वहीं, विस्थापित परिवार के बच्चों के लिए भी संस्थान में कोई सुविधा मौजूद नहीं है.

Villagers protest against construction of boundary wall of NIT college
जमशेदपुर सांसद विद्युत बरन महतो पहुंचे
विस्थापित परिवार के बच्चों के लिए सीट आरक्षित हो
जमशेदपुर सांसद विद्युत बरन महतो ने कहा कि वे निरंतर संस्थान और सरकार से मांग करते आए है कि कॉलेज निर्माण के दौरान विस्थापित हुए लोगों के बच्चों के शिक्षा की व्यवस्था एनआईटी कॉलेज में की जाए, जबकि कम से कम 5 सीट विस्थापित बच्चों के लिए संस्थान में आरक्षित हो, इधर उग्र ग्रामीणों ने संस्थान के निदेशक के साथ बातचीत के बाद सहमति बनने पर ही आगे काम करने देने की बात कही है.

सरायकेला: जिला के आदित्यपुर स्थित नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी) द्वारा कैंपस चारदीवारी बनाए जाने का स्थानीय ग्रामीणों ने पुरजोर विरोध किया है. संस्थान जो चारदीवारी निर्माण करवा रही है उससे असंगी गांव की ओर रास्ता बंद हो जाएगा. जिस पर स्थानीय ग्रामीण उग्र हो गए और निर्माण कार्य रुकवा दिया.

देखें पूरी खबर
गांव जाने का रास्ता बंद करने की सूचना पाकर सैकड़ों की संख्या में स्थानीय ग्रामीण वहां पहुंचे और चारदीवारी निर्माण का विरोध शुरू कर दिया, इधर रास्ता बंद किए जाने की सूचना स्थानीय ग्रामीणों ने स्थानीय निवासी और जमशेदपुर के सांसद विद्युत बरन महतो को दी गई, जिसके बाद सांसद वहां पहुंचे. इस दौरान सांसद ने चारदीवारी काम करवा रहे एनआईटी कॉलेज के सुरक्षा चेयर पर्सन संजय कुमार को जमकर फटकार लगाई.

सांसद विद्युत बरन महतो ने कहा कि पहले एनआईटी कॉलेज संस्थान के चारों ओर बन रहे चहारदीवारी निर्माण के साथ रिंग रोड का काम पूरा करे, इसके बाद ही गांव की ओर जाने वाले रास्ते को बंद करे.

ये भी देखें- सरायकेलाः टुसू पर्व की धूम, मेले में उमड़ी लोगों की भीड़

कॉलेज प्रबंधन पर लगा मनमानी का आरोप
मौके पर ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि संस्थान ने पहले 21 फीट रिंग रोड निर्माण किए जाने का वादा किया था, लेकिन अब संस्थान महज 12 से 13 फीट चौड़ा रास्ता दे रहा है. जिस पर ग्रामीणों को घोर आपत्ति है. इस पर सांसद विद्युत बरन महतो ने कहा कि गांव के लोग एनआईटी कॉलेज को हमेशा सहयोग करते है. सांसद ने कहा कि कॉलेज शुरुआती दौर से ग्रामीणों को ठगने का काम करते आ रही है, उन्होंने कहा कि स्थानीय ग्रामीण युवकों के लिए संस्थान ने कुछ नहीं किया. रोजगार से लेकर शिक्षा तक की व्यवस्था नहीं की गई है. वहीं, विस्थापित परिवार के बच्चों के लिए भी संस्थान में कोई सुविधा मौजूद नहीं है.

Villagers protest against construction of boundary wall of NIT college
जमशेदपुर सांसद विद्युत बरन महतो पहुंचे
विस्थापित परिवार के बच्चों के लिए सीट आरक्षित हो
जमशेदपुर सांसद विद्युत बरन महतो ने कहा कि वे निरंतर संस्थान और सरकार से मांग करते आए है कि कॉलेज निर्माण के दौरान विस्थापित हुए लोगों के बच्चों के शिक्षा की व्यवस्था एनआईटी कॉलेज में की जाए, जबकि कम से कम 5 सीट विस्थापित बच्चों के लिए संस्थान में आरक्षित हो, इधर उग्र ग्रामीणों ने संस्थान के निदेशक के साथ बातचीत के बाद सहमति बनने पर ही आगे काम करने देने की बात कही है.
Intro:सरायकेला जिले के आदित्यपुर स्थित नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी( एनआईटी) द्वारा कैंपस चारदीवारी किए जाने का स्थानीय ग्रामीणों ने पुरजोर विरोध किया है संस्थान द्वारा किए जा रहे चारदीवारी निर्माण के क्रम में असंगी गांव की ओर रास्ता बंद किए जाने से स्थानीय ग्रामीण उग्र हो गए और निर्माण कार्य रुकवा दिया।


Body:गांव जाने का रास्ता बंद करने की सूचना पाकर सैकड़ों की संख्या में स्थानीय ग्रामीण वहां पहुंचे और चारदीवारी निर्माण का विरोध शुरू कर दिया, इधर रास्ता बंद किए जाने की सूचना स्थानीय ग्रामीणों ने स्थानीय निवासी और जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो को दी जिसके बाद सांसद वहां पहुंचे इस दौरान सांसद ने चारदीवारी काम करवा रहे एनआईटी कॉलेज के सुरक्षा चेयर पर्सन संजय कुमार को जमकर फटकार लगाई।
सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि पहले एनआईटी कॉलेज संस्थान के चारों ओर बन रहे चहारदीवारी निर्माण के साथ रिंग रोड का काम पूरा करें इसके बाद ही गांव की ओर जाने वाले रास्ते को बंद करें।


कॉलेज प्रबंधन पर लगा मनमानी का आरोप


मौके पर ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि संस्थान द्वारा 21 फीट रिंग रोड निर्माण किए जाने का पूर्व में वादा किया गया था लेकिन अब संस्थान महज 12 से 13 फीट चौड़ा रास्ता दे रहा है जिस पर ग्रामीणों को घोर आपत्ति है। इस पर सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि गांव के लोग एनआईटी कॉलेज को हमेशा सहयोग करते हैं सांसद ने कहा कि कॉलेज शुरुआती दौर से ग्रामीणों को ठगने का काम करते आ रही है, उन्होंने कहा कि स्थानीय ग्रामीण युवकों के लिए संस्थान ने कुछ नहीं किया रोजगार से लेकर शिक्षा तक की व्यवस्था नहीं की गई है वहीं विस्थापित परिवार के बच्चों के लिए भी संस्थान में कोई सुविधा मौजूद नहीं है।


Conclusion:विस्थापित परिवार के बच्चों के लिए सीट आरक्षित हो।

जमशेदपुर सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि वे निरंतर संस्थान और सरकार से मांग करते आए हैं कि कॉलेज निर्माण के दौरान विस्थापित हुए लोगों के बच्चों के शिक्षा की व्यवस्था एनआईटी कॉलेज में की जाए, जबकि कम से कम 5 सीट विस्थापित बच्चों के लिए संस्थान में आरक्षित हो, इधर उग्र ग्रामीणों ने संस्थान के निदेशक के साथ बातचीत के बाद सहमति बनने पर ही आगे काम करने देने की बात कही है।

बाइट - एनआईटी कॉलेज कर्मी

बाइट - विद्युत वरण महतो, सांसद, जमशेदपुर
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.