सरायकेला: कुड़मी जाति को आदिवासी का दर्जा दिए जाने की मांग तेज हो गयी है. कुड़मी समाज की ओर से मंगलवार को पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत राज्य भर में रेल चक्का जाम आंदोलन किया जा रहा है. इसी कड़ी में सरायकेला में नीमडीह से सटे जामडीह (Villagers block track near Nimdih) के पास मंगलवार सुबह 9:00 बजे से कुड़मी समाज द्वारा रेल चक्का जाम आंदोलन की शुरुआत की गई. इस आंदोलन से रेल परिचालन बाधित हो रहा है.
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जामडीह रेलवे लाइन पर सुबह में सैकड़ों की संख्या में कुड़मी समाज से जुड़े लोग पहुंचे और यहां उन लोगों ने रेलवे ट्रैक को जाम (Nimdih railway station in Seraikela) कर दिया. रेलवे ट्रैक जाम कर रहे आंदोलनकारी महिला पुरुषों ने एक साथ मिलकर रेलवे ट्रैक पर झूमर नृत्य का प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने इस मौके पर कुड़माली भाषा का भी प्रदर्शन किया है. भारी संख्या में लोग रेलवे ट्रैक पर ही धरना दे रहे हैं. जिससे उस रूट से आने जाने वाली ट्रेनों का परिचालन बाधित हो रहा है.
कुड़मी समाज के धरना प्रदर्शन और रेलवे ट्रैक जाम कर देने से चांडिल मुरी रेलखंड पर चलने वाली कई ट्रेनें प्रभावित हो रही हैं. इधर रेल ट्रैक जाम होने के बाद धरनास्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है. इसके बावजूद कुड़मी समाज के आंदोलनकारी रेलवे ट्रैक पर अब भी डटे हुए हैं. धरना देने के लिए कुड़मी समाज की ओर से आई महिला और पुरुषों ने अपनी संस्कृति और कला का परिचय देते हुए रेलवे ट्रैक पर ही झूमर नृत्य करने लगे. साथ ही उन्होंने कड़माली भाषा में भी कई गीत गाए. यहां बता दें कि टोटेमिक कुड़मी जनजाति को आदिवासी का दर्जा देने की मांग को लेकर समाज द्वारा पूरे राज्य में प्रदर्शन किया जा रहा (Kudmi Samaj protest) है.