सरायकेला: जिला पुलिस का मानवीय चेहरा जनता के समक्ष एक नए रूप में सामने आ रहा है. जिले के पुलिस कप्तान मोहम्मद अर्शी के योगदान देने की अपील के बाद अब पुलिस लोगों को राहत पहुंचाने जाने के मिशन को अमलीजामा पहना रही है.
लॉकडाउन में घरों में फंसे बुजुर्ग, जरूरतमंद और असहाय लोगों की अब जिला पुलिस भी मदद कर रही है. वैसे लोग जो लॉकडाउन के कारण घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं और जरूरत की दवा आदि नहीं खरीद पा रहे हैं, उन्हें पुलिस मदद पहुंचा रही है. बता दें कि गुरुवार को जिले के पुलिस कप्तान मोहम्मद अर्शी ने सरायकेला जिले के गम्हरिया और आदित्यपुर क्षेत्र में चिन्हित लोगों के घरों तक अपने टीम के सहयोग से खुद जाकर दवाइयां पहुंचाई. सरायकेला एसपी मोहम्मद अर्शी ने गुरुवार को गम्हरिया में एक बुजुर्ग व्यक्ति के घर तक जाकर उनके जरूरत की दवाइयां पहुंचाईं. जिसके बाद एसपी मोटरसाइकिल से सीधे आदित्यपुर पहुंचे, जहां डीएस टावर और इससे सटे उमेश टावर समेत नगीना पूरी में दो बुजुर्ग और एक बच्चे के लिए उनके घरों तक दवा पहुंचाया गया.
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सरायकेला जिले के विभिन्न क्षेत्रों में लॉकडाउन में घरों में रहने को विवश लोगों को समय से दवाइयां नहीं मिल पा रही थी. जिसकी शिकायत लगातार जिला पुलिस को मिल रही थी. इसे दूर करने के उद्देश्य से एसपी ने चिन्हित जरूरतमंद लोगों को दवाइयां पहुंचाए जाने की अभियान की शुरुआत की. वहीं, जरूरतमंद लोगों ने पुलिस कंट्रोल रूम के डायल 100 पर कॉल कर दवाइयां घरों तक उपलब्ध कराए जाने की मांग की थी. जिसके बाद जिला पुलिस अब लोगों के घरों तक दवाइयां पहुंचाने का काम कर रही है.
इधर, अभियान की शुरुआत करते हुए जिले के एसपी मोहम्मद अर्शी ने बताया कि झारखंड के डीजीपी के निर्देश पर जिले में जरूरतमंदों को घरों तक दवा पहुंचाने के अभियान की शुरुआत की गई है. एसपी ने बताया कि कोविड-19 संक्रमण के युद्ध से लड़ने के लिए जिला पुलिस पूरी तरह मुस्तैद है और जिले के सभी चेक नाका को सील कर लगातार बाहर से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग और मॉनिटरिंग की जा रही है. वहीं, एसपी ने बताया कि जैसे-जैसे कंट्रोल रूम में जरूरतमंद लोगों के फोन कॉल आते रहेंगे, वैसे-वैसे जिला पुलिस उन्हें राहत पहुंचाने का काम करेगी.