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सरायकेला: लाखों की लागत से बनी सोलर जल मीनार बनी शोपीस, पेयजल के लिए भटक रहे ग्रामीण - सरायकेला में पानी की किल्लत

सरायकेला में तामुलिया पंचायत अंतर्गत गौरी गांव में लाखों की लागत से बनाई गई जल मीनार महज शोपीस बनकर रह गई है.ऐसे में ग्रामीण कुएं का पानी पीने को मजबूर हैं.

जल मीनार बनी शोपीस
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Published : Jan 9, 2021, 12:17 PM IST

Updated : Jan 9, 2021, 12:34 PM IST

सरायकेला: जिले के पाली नगर परिषद क्षेत्र के तामुलिया पंचायत अंतर्गत गौरी गांव में लाखों रुपए खर्च कर बनायी गई सोलर जल मीनार शोभा बढ़ाने की वस्तु मात्र बनकर रह गई है.

देखें पूरी खबर

जल मीनार से पीने के लिए पानी ग्रामीणों को नहीं मिल पा रही है. ऐसे में ग्रामीण कुएं का पानी पीने को मजबूर हैं. तमोलिया पंचायत अंतर्गत गौरी गांव में पेयजल विभाग ने लाखों खर्च कर सोलर मीनार तो बनाया

लेकिन जल मीनार से आज तक पाइप लाइन द्वारा घरों में पानी नहीं पहुंच पाया है. ऐसे में लोगों के लिए यह योजना सफेद हाथी साबित हुई है. इधर बिना पानी सैकड़ों परिवार बेबस होकर हुए कुएं का पानी पीने को मजबूर हैं.

जलापूर्ति के नाम पर ग्रामीणों से लिए आधार कार्ड

इधर गांव में व्याप्त जलापूर्ति किल्लत को दूर करने की मांग को लेकर कुछ दिनों पूर्व गांव में आई एजेंसी के कुछ लोगों द्वारा फिर से योजना को दुरुस्त करने और घरों तक पाइप लाइन के माध्यम से जल आपूर्ति किए जाने के नाम पर सभी स्थानीय ग्रामीणों के आधार कार्ड जमा लिए गए हैं, जबकि इस मुद्दे पर किसी भी स्थानीय जनप्रतिनिधि को कोई जानकारी नहीं है.

यह भी पढ़ेंः सीएम के काफिले पर हमला मामला: जांच कमेटी के अधिकारियों के साथ रांची पुलिस की महत्वपूर्ण बैठक

इधर ग्रामीण भी डरे सहमे हैं, वहीं स्थानीय मुखिया बताते हैं कि योजना वर्तमान में पूरी तरह विफल है. जल मीनार प्रारंभ से ही लोगों को भरपूर जलापूर्ति करने में अक्षम साबित हुआ है. यहां की गई बोरिंग की गहराई कम होने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है.

सरायकेला: जिले के पाली नगर परिषद क्षेत्र के तामुलिया पंचायत अंतर्गत गौरी गांव में लाखों रुपए खर्च कर बनायी गई सोलर जल मीनार शोभा बढ़ाने की वस्तु मात्र बनकर रह गई है.

देखें पूरी खबर

जल मीनार से पीने के लिए पानी ग्रामीणों को नहीं मिल पा रही है. ऐसे में ग्रामीण कुएं का पानी पीने को मजबूर हैं. तमोलिया पंचायत अंतर्गत गौरी गांव में पेयजल विभाग ने लाखों खर्च कर सोलर मीनार तो बनाया

लेकिन जल मीनार से आज तक पाइप लाइन द्वारा घरों में पानी नहीं पहुंच पाया है. ऐसे में लोगों के लिए यह योजना सफेद हाथी साबित हुई है. इधर बिना पानी सैकड़ों परिवार बेबस होकर हुए कुएं का पानी पीने को मजबूर हैं.

जलापूर्ति के नाम पर ग्रामीणों से लिए आधार कार्ड

इधर गांव में व्याप्त जलापूर्ति किल्लत को दूर करने की मांग को लेकर कुछ दिनों पूर्व गांव में आई एजेंसी के कुछ लोगों द्वारा फिर से योजना को दुरुस्त करने और घरों तक पाइप लाइन के माध्यम से जल आपूर्ति किए जाने के नाम पर सभी स्थानीय ग्रामीणों के आधार कार्ड जमा लिए गए हैं, जबकि इस मुद्दे पर किसी भी स्थानीय जनप्रतिनिधि को कोई जानकारी नहीं है.

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इधर ग्रामीण भी डरे सहमे हैं, वहीं स्थानीय मुखिया बताते हैं कि योजना वर्तमान में पूरी तरह विफल है. जल मीनार प्रारंभ से ही लोगों को भरपूर जलापूर्ति करने में अक्षम साबित हुआ है. यहां की गई बोरिंग की गहराई कम होने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है.

Last Updated : Jan 9, 2021, 12:34 PM IST
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