सरायकेला: जिले के औद्योगिक क्षेत्र स्थित असंगी गांव के बर्गीडीह में जियाडा की ओर से रैयतदारों को वापस की गई जमीन की चहारदीवारी किए जाने का स्थानीय ग्रामीण विरोध करते आ रहे हैं. जियाडा की ओर से रैयतदारो को अधिग्रहित की गई जमीन अब वापस घरबाड़ी के नाम पर दी जा रही है. इससे पहले जियाडा ने नए उद्योग लगाने के उद्देश्य से जमीन का अधिग्रहण किया था.
मूल रैयतदारों को जमीन वापस किए जाने के बाद जमीन की चहारदीवारी किए जाने को लेकर ग्रामीणों में दो फाड़ है. इस समस्या को लेकर स्थानीय सरायकेला विधायक चंपई सोरेन के नेतृत्व में ग्रामीणों के एक प्रतिनिधिमंडल ने जियाडा के उप निदेशक से मुलाकात कर अविलंब काम रोकने की मांग की.
स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि रैयतदार जियाडा की ओर से वापस की गई जमीन से अधिक जमीन की जबरन घेराबंदी कर रहे हैं, जो कि गलत है. वहीं, सालों पुराने स्कूल की जमीन की भी घेराबंदी की जा रही है, जिसे ग्रामीणों ने रोकने की मांग की है.
विधायक चंपई सोरेन ने जियाडा की क्षेत्रीय उपनिदेशक रंजना मिश्रा को अविलंब संबंधित आदेश पारित किए जाने की मांग की है. इस दौरान विधायक ने गलत तरीके से जमीन आवंटित कर दोबारा वापस करने की प्रक्रिया को भ्रष्टाचार में संलिप्त बताया है.