सरायकेला: जिला के स्थानीय नगर निकायों से निकलने वाले सैकड़ों टन शहरी कचड़े के निष्पादन प्रोसेसिंग प्लांट यूनिट के माध्यम से किए जाने की कवायद शुरू की जा रही है. इस प्रक्रिया के तहत सरायकेला जिले के स्थानीय नगर निकाय समेत जमशेदपुर के 5 शहरी निकायों से रोजाना निकलने वाले सैकड़ों टन कचरे का निस्तारण किया जाएगा. हालांकि, यह योजना 10 वर्ष पहले की है और पूर्वी सिंहभूम के खैराबनी में प्रस्तावित सॉलिड वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट यूनिट के स्थानीय ग्रामीणों के विरोध के चलते फिलहाल अधर में है लेकिन अब जल्द ही प्रोसेसिंग प्लांट निर्माण कार्य धरातल पर उतरेगा.
सरायकेला के आदित्यपुर नगर निगम समेत जमशेदपुर के पांच निकाय जुगसलाई, मानगो, कपाली, जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति के निकाय क्षेत्र से प्रतिदिन निकलने वाले इन कचड़ों का निस्तारण खैराबनी प्रोसेसिंग प्लांट के जरिए होगा. आदित्यपुर नगर निगम प्रस्तावित प्रोसेसिंग प्लांट निर्माण की नोडल एजेंसी है. इधर, राज्य शहरी विकास प्राधिकरण से प्राप्त योजना डीपीआर के तहत प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित किए जाने को लेकर अधिकारियों की ओर से स्थल का निरीक्षण किया जा चुका है और शीघ्र प्लांट स्थापित किए जाने को लेकर शहरी विकास प्राधिकरण के प्रस्तावित योजना पर कार्य प्रारंभ किया जाएगा.
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अब तक नहीं है कचरा निस्तारण की ठोस व्यवस्था
पांच बड़े-बड़े इन शहरी निकायों से प्रतिदिन निकलने वाले सैकड़ों टन कचरे के निस्तारण को लेकर फिलहाल कोई योजना क्रियांवित नहीं है. नतीजतन इन निकायों की ओर से कठिनाइयों का सामना करते हुए प्रतिदिन शहर से निकलने वाले गीले और सूखे कचरे को किसी प्रकार निस्तारित किया जा रहा है. हालांकि, इससे सबसे ज्यादा नुकसान पर्यावरण को है. जानकारी के अनुसार नगर निगम क्षेत्र में कई एक स्थान पर प्रस्तावित डंपिंग यार्ड निर्माण योजना को एनजीटी के एनवायरमेंटल क्लीयरेंस नहीं प्राप्त होने से भी प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित नहीं किया जा सका है.