सरायकेलाः जिले के दलमा पहाड़ी के बिरिगोड़ा स्थित जामडीह में रविवार को दलमा पहाड़ पर होने वाले सेंदरा को लेकर दलमा वन देवी की पूजा अर्चना की गई. इस दौरान दलमा बुरु सेंदरा दिशुआ समिति के नेतृत्व में आदिवासी समुदाय ने जामडीह में शिकार करने के पहले पुजारी ने दलमा वन देवी की पूजा अर्चना की. साथ ही बकरी और मुर्गी की बलि दी गई.
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इस मौके पर ढोल-नगाड़ा के साथ लोगों ने खुशी मनायी और शस्त्रों की भी पूजा अर्चना की. वहीं, सोमवार को अहले सुबह लोग शिकार करने के लिए लोगों ने दलमा में प्रवेश किया. सभी देर शाम तक लौटेंगे. दलमा बुरु सेंदरा दिशुआ समिति के अध्यक्ष फकीर चंद्र सोरेन ने बताया कि कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए दलमा पहाड़ में सांकेतिक तौर पर परंपरागत शिकार किया जाएगा.
इस साल कोरोना के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर सरकार के लगाए गए लॉकडाउन का अनुपालन करते हुए दलमा में सांकेतिक तौर पर शिकार किया जाएगा. उन्होंने बताया कि समिति के तीन-चार सदस्य पारंपरिक तरीके से दलमा के जंगल में जाएंगे और तुरंत लौट आएंगे.
केवल परंपरा का होगा निर्वहन
परंपरा को बचाए रखने के उद्देश्य से केवल औपचारिकता पूरी की जाएगी. फकीर सोरेन ने सभी आदिवासी संगठनों से अपील किया है कि शिकार में भाग नहीं लेंगे और अपने घरों में रहेंगे.