सरायकेला: कोल्हान के वरिष्ठ आरटीआई कार्यकर्ता सुभाष मित्तल ने जमशेदपुर और इसके आसपास के क्षेत्रों में सक्रिय आरटीआई कार्यकर्ताओं को संगठित गिरोह चलाकर ब्लैकमेलिंग किया जाने का गंभीर आरोप लगाया है. इसका गलत इस्तेमाल गिरोह के लोग कर रहे हैं और शहर के उद्यमियों और व्यवसायियों का जबरन भया दोहन किया जा रहा है.
वरिष्ठ आरटीआई कार्यकर्ता सुभाष मित्तल की मानें तो ऐसे तथाकथित लोगों ने जन सूचना अधिकार अधिनियम को अपना हथकंडा बनाकर कमाई का जरिया भी बना लिया है. उन्होंने मांग की है कि वैसे कार्यकर्ताओं को चिन्हित कर उनसे यह जानकारी हासिल की जाए कि आखिर उनके आजीविका का साधन क्या है.
इस मौके पर उनके साथ मौजूद आईआरसीटीसी के रेलवे कांट्रेक्टर विकास गुप्ता ने बताया कि कमलेश सिंह नामक एक आरटीआई कार्यकर्ता उन्हें विगत कई वर्षों से सूचना अधिकार अधिनियम के तहत भया दोहन कर रहा है. इनलोगों ने मांग की है कि सूचना आयोग वैसे कार्यकर्ताओं को चिन्हित कर उन पर अविलंब कार्रवाई करें. बता दें कि वरिष्ठ आरटीआई कार्यकर्ता सुभाष मित्तल ने पूर्वी सिंहभूम के के जिला उपायुक्त कार्यालय के समक्ष पिछले एक वर्षों तक लगातार धरना दिया था.