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सरायकेला जिले में बिजली संकट गहराया, 15 की जगह मिल रही केवल 5 मेगावाट

सरायकेला जिले में इन दिनों बिजली संकट गहराता जा रहा है. बिजली संकट उत्पन्न होने से औद्योगिक उत्पादन पर इसका असर पड़ा है.

बिजली संकट
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Published : Feb 9, 2021, 6:36 PM IST

सरायकेला: तेनुघाट बिजली परियोजना की तीन इकाइयों में आई तकनीकी खराबी के चलते सरायकेला समेत पड़ोसी जिले पूर्वी सिंहभूम में बिजली संकट गहरा गया है. बिजली संकट उत्पन्न होने से औद्योगिक उत्पादन पर इसका असर पड़ा है. वहीं आवासीय क्षेत्रों में भी लोडशेडिंग जारी है. औद्योगिक क्षेत्र और आवासीय क्षेत्रों में गहराए बिजली संकट के संबंध में विभागीय अधिकारियों ने बताया है कि तेनुघाट बिजली परियोजना की तीन इकाइयों में अचानक तकनीकी खराबी आई है, जिससे बिजली कटौती जारी है,.

यह भी पढ़ेंः सूरज दुबे हत्याकांडः सांसद संजय सेठ ने गृहमंत्री को लिखा पत्र, केंद्रीय एजेंसी से जांच कराने की मांग

बताया जाता है कि सरायकेला और जमशेदपुर में 15 मेगावाट बिजली की आवश्यकता है, लेकिन फिलहाल केवल 5 से 6 मेगावाट बिजली ही प्राप्त हो रही है, जिससे बिजली की आंख मिचौली जारी है. बिजली कटौती से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ,हर आधे घंटे के बाद अगले आधे घंटे तक बिजली कटौती की जा रही है.

पेयजल आपूर्ति पर भी पड़ रहा असर

बिजली कटौती के कारण घरेलू जलापूर्ति पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है. वाटर पंप हाउस में निर्बाध बिजली आपूर्ति न होने के कारण उपभोक्ताओं को जलापूर्ति में भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.

सरायकेला: तेनुघाट बिजली परियोजना की तीन इकाइयों में आई तकनीकी खराबी के चलते सरायकेला समेत पड़ोसी जिले पूर्वी सिंहभूम में बिजली संकट गहरा गया है. बिजली संकट उत्पन्न होने से औद्योगिक उत्पादन पर इसका असर पड़ा है. वहीं आवासीय क्षेत्रों में भी लोडशेडिंग जारी है. औद्योगिक क्षेत्र और आवासीय क्षेत्रों में गहराए बिजली संकट के संबंध में विभागीय अधिकारियों ने बताया है कि तेनुघाट बिजली परियोजना की तीन इकाइयों में अचानक तकनीकी खराबी आई है, जिससे बिजली कटौती जारी है,.

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बताया जाता है कि सरायकेला और जमशेदपुर में 15 मेगावाट बिजली की आवश्यकता है, लेकिन फिलहाल केवल 5 से 6 मेगावाट बिजली ही प्राप्त हो रही है, जिससे बिजली की आंख मिचौली जारी है. बिजली कटौती से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ,हर आधे घंटे के बाद अगले आधे घंटे तक बिजली कटौती की जा रही है.

पेयजल आपूर्ति पर भी पड़ रहा असर

बिजली कटौती के कारण घरेलू जलापूर्ति पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है. वाटर पंप हाउस में निर्बाध बिजली आपूर्ति न होने के कारण उपभोक्ताओं को जलापूर्ति में भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.

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