सरायकेला: नीमडीह थाना क्षेत्र के बामनी में चड़क पूजा भोक्ता मेला में उमड़ी भीड़ को रोकने गए, बीडीओ मुकेश कुमार को बंधक बनाने और थाना प्रभारी ए. खान समेत अन्य पुलिसकर्मियों पर हमला किए जाने के मामले पर पुलिस ने कड़ा रुख अख्तियार किया है. आजसू के केंद्रीय सचिव हरे लाल महतो समेत 40 लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है. पुलिस ने इस मामले में गांव प्रमुख के भतीजे बुलबुल पातर समेत 8 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
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मामले के संबंध में जानकारी देते हुए चांडिल एसडीपीओ संजय सिंह ने बताया कि शुक्रवार को बामनी में चड़क पूजा के दौरान भोक्ता मेला का आयोजन किया गया. जहां कोरोना गाइडलाइंस के खिलाफ सैकड़ों की भीड़ एकत्र थी. मौके पर पुलिस ने भीड़ हटाने के लिए बल प्रयोग किया, तभी उग्र ग्रामीणों ने थाना प्रभारी समेत अन्य पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया. पुलिस ने मामले की तफ्तीश करते हुए आजसू केंद्रीय सचिव हरे लाल महतो और अन्य 40 लोगों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कर ली है.
आजसू के केंद्रीय सचिव हरे लाल महतो मेला से एक दिन पूर्व पूजा समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए, जहां इन्होंने मेला आयोजन समिति को भोक्ता मेला के नाम पर फंड भी उपलब्ध कराया था. मेले के आयोजक और प्रमुख के भतीजे बुलबुल पातर ने भी पुलिस के सामने अपने दिए गए बयान में कहा कि आजसू केंद्रीय सचिव हरे लाल महतो ने मेला का आयोजन को लेकर पैसे दिए थे.
हरे लाल महतो ने फंड की बात को नकारा
इस मसले पर जब आजसू के केंद्रीय सचिव हरे लाल महतो से फोन पर संपर्क किया गया, तो उन्होंने मेला आयोजन समिति को फंड उपलब्ध कराए जाने की बात को सिरे से नकार दिया. उन्होंने कहा कि मेला से ठीक 1 दिन पूर्व वो पूजा में जरूर शामिल हुए थे, मेला का आयोजन से उनका कोई लेना देना नहीं है. पुलिस की ओर से हरे लाल महतो के विरुद्ध मामला दर्ज किए जाने पर उन्होंने इसे राजनीति षड्यंत्र करार दिया है.