सरायकेला: सिनी ओपी के धातकीडीह गांव में बीते रविवार को मॉब लीचिंग का वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन हरकत में आया है. सीएम रघुवर दास ने खुद मामले में संज्ञान लेते हुए आरोपियों पर कार्रवाई के आदेश दिए हैं. इसके बाद एसपी कार्तिक एस ने खरसावां और सिनी थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया है. पुलिस ने फिलहाल मॉब लिंचिंग के 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
मामले में मृतक शम्स आलम के परिवार वालों का कहना है कि वो चोर नहीं था. वो जमशेदपुर से वापस देर रात घर आ रहा था, तभी कुछ लोगों ने रास्ते में पकड़कर उसकी जमकर पिटाई की. उससे उसका नाम पूछने के बाद और ज्यादा पिटाई करना शुरू कर दिया. लोगों ने उसे खंभे में बांधकर बेरहमी से पीटा. वहीं, मृतक की पत्नी ने न्याय की गुहार लगाई है.
इस पूरे मामले पर परिवार वालों का कहना है कि मामले में जो दोषी हैं, उस पर कानूनी कार्रवाई की जाए. चाहे वो जेलर हो, प्रशासनिक अधिकारी हो या डॉक्टर ही क्यों न हो. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की तफ्तीश कर रही है. वहीं, सरायकेला एसपी का कहना है कि जो वीडियो वायरल हुआ है, उसकी सत्यता की जांच की जाएगी. इसके बाद उस वीडियो में जितने लोग दिख रहे हैं, सब पर कार्रवाई होगी. एसपी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एसआईटी गठित कर जांच शुरू कर दी है.
वहीं, इस मामले में अब राजनीति भी तेज हो गई है. मॉब लिंचिंग मामले को लेकर कांग्रेस आलाकमान के निर्देश पर एक जांच कमेटी गठित की गई है. कांग्रेस जांच कमेटी ने इस पूरे मामले और युवक की मौत के लिए सरकार और स्थानीय जिला प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है, जबकि इस जांच कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद कांग्रेस द्वारा आगे आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी.
इधर, विपक्षी दल द्वारा सरकार और स्थानीय प्रशासन पर लगाए गए आरोप को भाजपा के स्थानीय जिला अध्यक्ष उदय सिंह देव ने सिरे से खारिज किया है. सरायकेला भाजपा जिला अध्यक्ष उदय सिंह देव ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने एसआईटी गठित कर जांच शुरू कर दी है, और आरोपी युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है.