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सरायकेला: सीवरेज-ड्रेनेज निर्माण का लोगों ने किया विरोध, सड़क तोड़े जाने पर जताई नाराजगी

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Published : Jun 28, 2019, 1:51 PM IST

सरायकेला के आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में बनने वाले सीवरेज ड्रेनेज निर्माण योजना विवादों में घिर गई है. 250 करोड़ की लागत से बनने वाली इस योजना के खिलाफ निगम क्षेत्र के सभी वार्ड में लोग गोलबंद हो रहे हैं. लोगों की नाराजगी की मुख्य वजह बने सड़क को काटकर सीवरेज ड्रेनेज सिस्टम का निर्माण कराना है.

सीवरेज-ड्रेनेज निर्माण कार्य का विरोध

सरायकेला: जिले के आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में बनने वाले सीवरेज ड्रेनेज निर्माण योजना अब पूरी तरह विवादों में घिरती जा रही है. 250 करोड़ की लागत से बनने वाली इस योजना के खिलाफ निगम क्षेत्र के सभी वार्ड में लोग गोलबंद हो रहे हैं.

देखें पूरी खबर

लोगों की नाराजगी की मुख्य वजह बने सड़क को काटकर सीवरेज ड्रेनेज सिस्टम का निर्माण कराना है. निगम क्षेत्र के वार्ड संख्या 18, 33 और 34 में लोगों ने योजना शुरू होने से पहले ही विरोध कर काम में लगे एजेंसी को बैरंग वापस लौटा दिया.
स्थानीय लोगों का कहना है कि बिना सर्वे और स्थानीय लोगों से राय मशवरा कर योजना को अमलीजामा पहनाया जा रहा है, जो गलत है. वहीं कई स्थानों पर हाल ही में नई सड़कों का निर्माण हुआ है, जिसे अब तक हैंडओवर भी नगर निगम को नहीं मिला है. इसके बावजूद उस सड़क को फिर से क्षतिग्रस्त कर योजना की शुरुआत की जा रही है.
वार्ड पार्षदों ने भी स्थानीय लोगों का समर्थन करते हुए सीवरेज ड्रेनेज सिस्टम के निर्माण का विरोध किया है. वार्ड पार्षद ने कहा कि पिछले नगर निगम के कार्यकाल के दौरान सीवरेज ड्रेनेज सिस्टम निर्माण योजना का ब्लू प्रिंट तैयार किया गया था.

सरायकेला: जिले के आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में बनने वाले सीवरेज ड्रेनेज निर्माण योजना अब पूरी तरह विवादों में घिरती जा रही है. 250 करोड़ की लागत से बनने वाली इस योजना के खिलाफ निगम क्षेत्र के सभी वार्ड में लोग गोलबंद हो रहे हैं.

देखें पूरी खबर

लोगों की नाराजगी की मुख्य वजह बने सड़क को काटकर सीवरेज ड्रेनेज सिस्टम का निर्माण कराना है. निगम क्षेत्र के वार्ड संख्या 18, 33 और 34 में लोगों ने योजना शुरू होने से पहले ही विरोध कर काम में लगे एजेंसी को बैरंग वापस लौटा दिया.
स्थानीय लोगों का कहना है कि बिना सर्वे और स्थानीय लोगों से राय मशवरा कर योजना को अमलीजामा पहनाया जा रहा है, जो गलत है. वहीं कई स्थानों पर हाल ही में नई सड़कों का निर्माण हुआ है, जिसे अब तक हैंडओवर भी नगर निगम को नहीं मिला है. इसके बावजूद उस सड़क को फिर से क्षतिग्रस्त कर योजना की शुरुआत की जा रही है.
वार्ड पार्षदों ने भी स्थानीय लोगों का समर्थन करते हुए सीवरेज ड्रेनेज सिस्टम के निर्माण का विरोध किया है. वार्ड पार्षद ने कहा कि पिछले नगर निगम के कार्यकाल के दौरान सीवरेज ड्रेनेज सिस्टम निर्माण योजना का ब्लू प्रिंट तैयार किया गया था.

Intro:सरायकेला जिले के आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में लगभग ढाई सौ करोड़ की लागत से बनने वाले सीवरेज ड्रेनेज सिस्टम निर्माण योजना अब पूरी तरह विवादों में गिरती जा रही है। लगभग निगम क्षेत्र के हर एक वार्ड में लोग इसके खिलाफ गोलबंद हो रहे।


Body:लोगों की नाराजगी का कारण योजना नहीं है बल्कि हाल ही में कई स्थानों पर बने नए सड़क को काटकर फिर से योजना के लिए सड़क को क्षतिग्रस्त किए जाने से है । निगम क्षेत्र के वार्ड संख्या 18 समेत 33 और 34 में लोगों ने योजना निर्माण शुरू होने से पूर्व ही विरोध कर निर्माण कर रही एजेंसी को एक बार फिर बैरंग लौटा दिया है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि बिना सर्वे और स्थानीय लोगों से राय मशवरा कर योजना को अमलीजामा पहनाया जा रहा है जो कि सरासर गलत है । वहीं कई स्थानों पर हाल ही में नए सड़क का निर्माण हुआ है जिसका अब तक हैंडोवर भी नगर निगम को नहीं मिला है , बावजूद उस सड़क को फिर से क्षतिग्रस्त कर योजना की शुरुआत की जा रही है।

स्थानीय लोगों का समर्थन करते हुए वार्ड पार्षदों ने भी अब निर्माण योजना को गलत बताया है । वहीं निगम के नुमाइंदे वार्ड पार्षद भी यह मानते हैं कि पिछले नगर निगम के कार्यकाल के दौरान ही तकरीबन 2 साल पूर्व सीवरेज ड्रेनेज सिस्टम निर्माण योजना का ब्लू प्रिंट तैयार किया गया था , तो फिर समूचे निगम क्षेत्र में मुख्य सड़क के साथ ब्रांच रोड और बस्तियों में करोड़ों खर्च कर सड़क का जाल क्यों बिछाया गया है , जब इसे एक बार फिर क्षतिग्रस्त करना है, इधर स्थानीय लोगों में इस कार्य के प्रति भारी नाराजगी और आक्रोश है।

एक महीने में डेढ़ सौ से भी अधिक मुख्यमंत्री जनसंवाद में दर्ज हुए शिकायत

योजना के विरोध का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि महज एक माह के अंदर ही डेढ़ सौ से भी अधिक मामले मुख्यमंत्री जनसंवाद में दर्ज हुए हैं। इधर स्थानीय लोगों के दबाव और लगातार मुख्यमंत्री जनसंवाद में शिकायत दर्ज होने के बाद नगर निगम हरकत में आया है। निगम के कार्यपालक पदाधिकारी दीपक सहाय ने बताया कि आम नागरिकों के विशेष मांग पर अब मुख्य सड़कों को बेवजह योजना के नाम पर क्षतिग्रस्त नहीं किया जाएगा । जबकि निर्माण करने वाली संबंधित एजेंसी को भी है पाइप लाइन बिछाने के नाम पर सड़क काटने पर रोक लगा दी गई है , वही पूर्व में काटे गए सड़क के गड्ढों को भी भरने का अविलंब आदेश दिया जा चुका है।

बाइट- रंजन सिंह वार्ड पार्षद .

बाइट - दीपक सहाय , कार्यपालक पदाधिकारी, नगर निगम।


Conclusion:
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