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सरायकेला: ताली, थाली और घंटी बजा कर कृषि कानून का विरोध, अपने मन की बात सरकार तक पहुंचाने की कोशिश

सरायकेला में विपक्षी नेताओं ने ताली, थाली और घंटी बजा कर कृषि कानून का विरोध किया. इस दौरान उन्होंने अपने मन की बात सरकार तक पहुंचाने का प्रयास किया.

opposition leaders protest against agricultural law in seraikela
कृषि कानून का विरोध
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Published : Dec 27, 2020, 1:29 PM IST

सरायकेला: कृषि कानून को लेकर पूरे देश में किसान आंदोलित हैं. जिले में भी लगातार विपक्षी दलों ने कृषि कानून वापस लेने की मांग को लेकर चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया. इसी कड़ी में रविवार को विपक्षी दलों ने आदित्यपुर-कांड्रा मुख्य सड़क पर उतर कर प्रधानमंत्री के आह्वान के अंदाज में ताली, थाली और घंटी बजा कर कृषि कानून का विरोध किया.

देखें पूरी खबर

कृषि कानून का विरोध
विपक्षी दलों ने कृषि कानून का विरोध करते हुए एक बार फिर सड़क पर उतर कर कृषि कानून को काला कानून करार देते हुए इसे वापस लेने की मांग की. पूर्व विधायक अरविंद सिंह के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता और विपक्षी दल से जुड़े नेता नेताओं ने घंटी, ताली और थाली बजा कर विरोध दर्ज किया.

गरीब किसानों की सुनने वाला कोई नहीं

मौके पर मौजूद पूर्व विधायक अरविंद सिंह ने कहा कि किसान आंदोलन लगातार जारी है और पूरे देश में कृषि कानून का विरोध हो रहा है. लेकिन प्रधानमंत्री की हठधर्मिता के कारण गरीब किसानों की सुनने वाला इस सरकार में कोई नहीं है.

ये भी पढ़े- अलविदा 2020 धनबाद, साल की 10 बड़ी खबरें जो सुर्खियों में रही

मन की बात पर जताया विरोध
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक और जहां मन की बात कार्यक्रम के तहत देशवासियों को संबोधित कर रहे थे. इसी दौरान सड़क पर उतर कर विपक्षी नेताओं ने विरोध स्वरूप अपनी मन की बात सरकार तक पहुंचाने का प्रयास किया.

सरायकेला: कृषि कानून को लेकर पूरे देश में किसान आंदोलित हैं. जिले में भी लगातार विपक्षी दलों ने कृषि कानून वापस लेने की मांग को लेकर चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया. इसी कड़ी में रविवार को विपक्षी दलों ने आदित्यपुर-कांड्रा मुख्य सड़क पर उतर कर प्रधानमंत्री के आह्वान के अंदाज में ताली, थाली और घंटी बजा कर कृषि कानून का विरोध किया.

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कृषि कानून का विरोध
विपक्षी दलों ने कृषि कानून का विरोध करते हुए एक बार फिर सड़क पर उतर कर कृषि कानून को काला कानून करार देते हुए इसे वापस लेने की मांग की. पूर्व विधायक अरविंद सिंह के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता और विपक्षी दल से जुड़े नेता नेताओं ने घंटी, ताली और थाली बजा कर विरोध दर्ज किया.

गरीब किसानों की सुनने वाला कोई नहीं

मौके पर मौजूद पूर्व विधायक अरविंद सिंह ने कहा कि किसान आंदोलन लगातार जारी है और पूरे देश में कृषि कानून का विरोध हो रहा है. लेकिन प्रधानमंत्री की हठधर्मिता के कारण गरीब किसानों की सुनने वाला इस सरकार में कोई नहीं है.

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मन की बात पर जताया विरोध
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक और जहां मन की बात कार्यक्रम के तहत देशवासियों को संबोधित कर रहे थे. इसी दौरान सड़क पर उतर कर विपक्षी नेताओं ने विरोध स्वरूप अपनी मन की बात सरकार तक पहुंचाने का प्रयास किया.

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