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सरायकेला से हजारीबाग काम करने आए मजदूर फूड प्वाइजनिंग के हुए शिकार, 1 की मौत, 5 गंभीर रूप से बीमार

हजारीबाग में फूड प्वाइजनिंग की वजह से एक मजदूर की मौत हो गई, जबकि पांच गंभीर रूप से घायल हो गए. ये सभी मजदूर सरायकेला के हैं और हजारीबाग के ग्लेज ट्रेनिंग इंडिया प्राईवेट लिमिटेड कंपनी में काम करते थे.

मजदूर फूड प्वाइजनिंग के हुए शिकार
food poisoning in Hazaribagh
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Published : Dec 26, 2019, 11:38 PM IST

सरायकेला: जिले के सदर प्रखंड अंतर्गत टियुनिया गांव के रहने वाले 6 लोग अचानक बीमार पड़ गए, जिसमें एक 18 वर्षीय युवक की मौत हो गई, जबकि पांच लोग गंभीर रुप से बीमार हो गए. ये सभी हजारीबाग जिले के ग्लेज ट्रेनिंग इंडिया प्राईवेट लिमिटेड कंपनी में काम करते थे.

देखें पूरी खबर

फूड प्वायजनिंग हो सकता है वजह बीमार होने की वजह
गंभीर रुप से बीमार पांचों लोगों को सरायकेला सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां सबका इलाज चल रहा है. अस्पताल प्रशासन ने बेहतर इलाज के लिए सभी को एमजीएम अस्पताल रेफर कर दिया है. चिकित्सकों ने बीमार होने के पीछे प्रथम दृष्टया फूड प्वायजनिंग की बात कही है. हालांकि, पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद ही स्पष्ट तौर पर कुछ भी कहने की बात कही है.

ये भी पढ़ें-झारखंड की नई सरकार से किसानों को हैं काफी उम्मीदें, कर्ज माफी की संजीवनी की आस में हैं अन्नदाता

अचानक चिल्लाने की आई आवाज
बीमार युवकों के सहयोगी कैलाश केराई ने बताया कि बीमार सभी लोग बीती रात एक ही कमरे में सोये हुए थे और करीब रात को 12 बजे अचानक चिल्लाने लगे. बाकि लोग दूसरे कमरे में सोए हुए थे. अचानक आवाज सुनकर वे उनके कमरे के पास आए तो देखा कि सभी बेसुध थे. आनन-फानन में सभी बीमार को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने एक को मृत घोषित कर दिया. बाकी सभी गंभीर रुप से बीमार हैं. पुलिस सभी से पूछताछ कर मामले की जांच में जुट गई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ स्पस्ट हो पाएगा.

सरायकेला: जिले के सदर प्रखंड अंतर्गत टियुनिया गांव के रहने वाले 6 लोग अचानक बीमार पड़ गए, जिसमें एक 18 वर्षीय युवक की मौत हो गई, जबकि पांच लोग गंभीर रुप से बीमार हो गए. ये सभी हजारीबाग जिले के ग्लेज ट्रेनिंग इंडिया प्राईवेट लिमिटेड कंपनी में काम करते थे.

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फूड प्वायजनिंग हो सकता है वजह बीमार होने की वजह
गंभीर रुप से बीमार पांचों लोगों को सरायकेला सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां सबका इलाज चल रहा है. अस्पताल प्रशासन ने बेहतर इलाज के लिए सभी को एमजीएम अस्पताल रेफर कर दिया है. चिकित्सकों ने बीमार होने के पीछे प्रथम दृष्टया फूड प्वायजनिंग की बात कही है. हालांकि, पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद ही स्पष्ट तौर पर कुछ भी कहने की बात कही है.

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अचानक चिल्लाने की आई आवाज
बीमार युवकों के सहयोगी कैलाश केराई ने बताया कि बीमार सभी लोग बीती रात एक ही कमरे में सोये हुए थे और करीब रात को 12 बजे अचानक चिल्लाने लगे. बाकि लोग दूसरे कमरे में सोए हुए थे. अचानक आवाज सुनकर वे उनके कमरे के पास आए तो देखा कि सभी बेसुध थे. आनन-फानन में सभी बीमार को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने एक को मृत घोषित कर दिया. बाकी सभी गंभीर रुप से बीमार हैं. पुलिस सभी से पूछताछ कर मामले की जांच में जुट गई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ स्पस्ट हो पाएगा.

Intro:सरायकेला जिला के सदर प्रखंड अंतर्गत टियुनिया गांव के रहनेवाले एक युवक 18 वर्षीय सहदे‌व लोहार की तबीयत खराब होने से मौत हो गयी जबकि पांच लोग गंभीर रुप से बीमार पड़ गये। ये सभी हजारीबाग जिले के ग्लेज ट्रेनिंग इंडिया प्राईवेट लिमिटेड कंपनी में ट्रेनिंग व काम किया करते थे।

Body:सहदे‌व लोहार की बीती रात अचानक तबीयत खराब हो गयी। जिसके बाद एक युवक को स्थानीय अस्पताल में ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। जबकि बाकी गंभीर रुप से बीमार पांच लोगों को हजारीबाग से सीधे सरायकेला सदर अस्पताल आज लाया गया। जहां सबका इलाज चल रहा है। अस्पताल प्रशासन ने बेहतर इलाज को लेकर सभी पांचों को एमजीएम अस्पताल रेफर कर दिया है। चिकित्सकों ने बीमार होने के पीछे प्रथम दृष्टया फूड प्वायजनिंग की बात कही है। हालांकि पोस्टमार्टम होने के बाद स्पष्ट तौर पर कुछ भी कहने की बात कही है।Conclusion:अचानक हुई बीमारी के बाद सभी बीमार युवकों को लाने वाले उनके सहयोगी कैलाश केराई ने बताया कि बीमार सभी एक कमरे में बीती रात सोये थे। सभी रात को 12 बजे अचानक बीमार पड़ गये और चिल्लाने लगे। दूसरे कमरे में बाकी सभी थे। आवाज सुनकर वे उनके कमरे के पास आये। सभी बेसुध थे। एक गंभीर को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया जिसमें एक की मौत हो चुकी थी , बाकी सब गंभीर रुप से बीमार थे। उन्हें कमरे में भूत प्रेत के साये का शक हुआ था। फिर कल उन्होंने पूजा पाठ कराया था। फिर एक दिन बाद रात में यह घटना घटी। अंधविश्वास के इस कहानी के बीच पुलिस सभी से पूछताछ कर मामले की जांच में जुटी है तथा पोस्टमार्टम का इंतजार कर रही है।

बाइट - डा परमेश्वर लाल (उपाधीक्षक, सरायकेला सदर अस्पताल)


बाइट - कैलाश केराई (बीमार युवकों को लाने वाला साथी

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