सरायकेला: आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में संचालित सीवरेज योजना, जलापूर्ति योजना और बिजली अंडरग्राउंड केबलिंग योजना का एससी-एसटी पिछड़ा वर्ग कल्याण सह परिवहन मंत्री चंपई सोरेन की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक हुई.
इस बैठक में सरायकेला उपायुक्त अरवा राजकमल, अपर नगर आयुक्त गिरिजा शंकर प्रसाद, एडीसी सुबोध कुमार, एसडीओ रामकृष्ण कुमार के अलावे तीनों एजेंसियों के प्रोजेक्ट मैनेजर शामिल हुए. तीनों एजेंसियों की समीक्षा बैठक में मंत्री ने कार्यों में अनियमितता, लापरवाही और तालमेल के अभाव पाया.
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कार्यों को लेकर मंत्री ने की नाराजगी व्यक्त
वहीं मंत्री ने उपायुक्त की अध्यक्षता में एक जांच दल का गठन कर तीनों एजेंसियों के कार्यो की जांच के निर्देश दिये हैं. आदित्यपुर के ऑटो कलस्टर में आयोजित इस समीक्षा बैठक में तीनों एजेंसियों ने प्रजेंटेशन के माध्यम से कार्यों के बारे में मंत्री के समक्ष जानकारी दी. सीवरेज योजना का काम करने वाली एजेंसी सापुरजी और जलापूर्ति योजना का काम करने वाली एजेंसी जिंदल के कार्यों की समीक्षा के दौरान मंत्री ने नाराजगी व्यक्त किया.
काम के नाम पर नगर निगम को बनाया नर्क
इस दौरान मंत्री चंपई सोरेन ने पूछा कि 2018 से आप योजना पर काम कर रहे हैं. नवंबर 2021 में काम खत्म करना है, लेकिन 35 वार्ड में काम के नाम पर नगर निगम को नर्क बना दिया है. उन्होंने कहा कि इसके लिए इन एजेंसियों के साथ जुडको भी उतना ही जिम्मेवार है.
जुडको को सरकार ने कंसल्टेंट नियुक्त किया है, तीन योजनाएं आदित्यपुर में संचालित हैं लेकिन तीनों का काम संतोषजनक नहीं है. समीक्षा बैठक में पेयजलापूर्ति विभाग, बिजली विभाग के अधिकारियों के अलावा औद्योगिक क्षेत्र के उद्यमी भी मौजूद थे.
छ: माह पूर्व दुरूस्त करने का निर्देश दिया था
पत्रकारों से बातचीत के दौरान मंत्री ने कहा कि इन तीनों एजेसियों को छ: माह पूर्व सिस्टम को दुरूस्त करने का निर्देश दिया था लेकिन अब भी तीनों एजेंसियों में तालमेल नहीं है. जिसका खामियाजा जनता भुगत रही है. उन्होंने कहा तीनों एजेंसी में तालमेल नहीं है. सीवरेज योजना और जलापूर्ति योजना का काम के लिए एक वार्ड में काम पूरा भी नहीं किया कि दूसरे वार्ड में खुदाई कर दी है. हालत यह हो गई है कि बरसात के मौसम में सड़कें चलने लायक नहीं है.