सरायकेला: जिले में बीईईओ कानन पात्रा के साथ दुर्व्यवहार के मामले में राज्य शिक्षा विभाग के अवर सचिव के आदेश पर शुक्रवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी सच्चिदानंद द्विवेन्दू तिग्गा ने बीईईओ कार्यालय में मामले की जांच की. इस दौरान आरोपी शिक्षक की ओर से कार्यालय में घुसकर किए गए दुर्व्यवहार की सीसीटीवी फुटेज देखी और अन्य कर्मचारियों से जानकारी हासिल की. डीईओ ने बीडीओ गौरी शंकर शर्मा और सीओ धनंजय से भी मुलाकात कर जानकारी हासिल की.
डीईओ ने जांच के क्रम में आरोपी शिक्षक चंद्र मोहन चौधरी की ओर से परिवहन और आवासीय भत्ता निकासी से संबंधित कागजातों की भी जांच की. इसके साथ ही इस मामले में अन्य कई आवश्यक जानकारी भी हासिल की. डीईओ ने बताया कि घटना को लेकर पूरे मामले की जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि सरकार को राजस्व की क्षति नहीं हो, यह प्रयास सभी को मिलकर करना चाहिए. डीईओ ने कहा कि जांच के बाद उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट सौंप कर आगे की कार्रवाई के लिए दिशा-निर्देश की मांग की जाएगी.
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यह है मामला
बता दें कि शिक्षक चंद्र मोहन चौधरी जिलिंगगोरा स्थित उत्क्रमित मवि में पदस्थापित हैं और वे 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त होने वाले हैं. उन पर आरोप है कि 1 सितंबर 2008 से 31 मई 2019 तक आवास और परिवहन भत्ता मद में नियम के विरुद्ध 4 लाख 82 हजार 2 सौ बत्तीस रुपये की निकासी की गई है. इस मामले की जांच के बाद बीईईओ की ओर से औपबंधिक गणना तालिका जिला शिक्षा अधीक्षक को भेजते हुए उसकी एक प्रतिलिपि चौधरी को भी भेजी गई थी.