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सरायकेला में विसर्जन पॉइंट पर कराया गया प्रतिमाओं का विसर्जन, 48 घंटे में जल स्रोत साफ कराए जाएंगे - seraikela central pollution control board news

सरायकेला आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में निगम की ओर से बनाए गए मूर्ति विसर्जन पॉइंट पर प्रतिमाओं का विसर्जन कराया गया. अब 48 घंटे में इन जल स्रोतों को साफ कराया जाएगा, ताकि इनको प्रदूषण से बचाया जा सके.

idol immersion point built in seraikela
मूर्ति विसर्जन पॉइंट
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Published : Oct 27, 2020, 1:41 PM IST

Updated : Oct 27, 2020, 2:33 PM IST

सरायकेला: आदित्यपुर नगर निगम ने जल स्रोत और नदियों को विसर्जन के बाद प्रदूषण से बचाने के लिए विसर्जन पॉइंट बनाए थे. इन्हीं विसर्जन पॉइंट पर प्रतिमाओं और पूजन सामग्रियों का विसर्जन कराया गया.

देखें पूरी खबर
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जारी किए थे निर्देशकेंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने पूर्व में वैकल्पिक कृत्रिम विसर्जन स्थल बनाए जाने का निर्देश जारी किए थे. जिससे नदी, परंपरागत जल स्रोतों को प्रतिमा और पूजन सामग्री विसर्जन किए जाने के बाद होने वाले प्रदूषण से बचाया जा सके. इस निर्देश का पालन करते हुए नगर निगम ने मूर्ति विसर्जन पॉइंट निर्धारित किए. जहां लोगों ने प्रतिमाओं के साथ-साथ पूजन सामग्री को विसर्जित कर नदियों के प्रदूषण को रोका गया.

ये भी पढ़े- दुमका उपचुनावः सीएम हेमंत ने कहा- BJP की तरह प्रचार के लिए उधार के नेता-अभिनेता की जरूरत नहीं

केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड के जारी किए गए निर्देश के तहत परंपरागत जल स्रोतों और नदी तालाबों में विसर्जन के 48 घंटे के अंदर सभी विसर्जित प्रतिमाओं के अवशेष को पानी से निकाला जाना है ताकि परंपरागत जल स्रोत और नदियां प्रदूषित होने से बचें. स्थानीय नगर निगम ने विसर्जन प्रक्रिया पूरी होने के बाद मूर्ति विसर्जन पॉइंट की साफ-सफाई कराते हुए नष्ट ना होने वाले सामग्रियों को अलग कर उन्हें विधिवत नष्ट किए जाने की प्रक्रिया अपनाई जाएगी.

सरायकेला: आदित्यपुर नगर निगम ने जल स्रोत और नदियों को विसर्जन के बाद प्रदूषण से बचाने के लिए विसर्जन पॉइंट बनाए थे. इन्हीं विसर्जन पॉइंट पर प्रतिमाओं और पूजन सामग्रियों का विसर्जन कराया गया.

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केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जारी किए थे निर्देशकेंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने पूर्व में वैकल्पिक कृत्रिम विसर्जन स्थल बनाए जाने का निर्देश जारी किए थे. जिससे नदी, परंपरागत जल स्रोतों को प्रतिमा और पूजन सामग्री विसर्जन किए जाने के बाद होने वाले प्रदूषण से बचाया जा सके. इस निर्देश का पालन करते हुए नगर निगम ने मूर्ति विसर्जन पॉइंट निर्धारित किए. जहां लोगों ने प्रतिमाओं के साथ-साथ पूजन सामग्री को विसर्जित कर नदियों के प्रदूषण को रोका गया.

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Last Updated : Oct 27, 2020, 2:33 PM IST
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