सरायकेला: चांडिल प्रखंड के दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में गांधी जयंती के उपलक्ष्य में 2 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक वन्य प्राणी सप्ताह मनाया जाता है. इस अवसर पर हथिनी रजनी का 12वां जन्मदिन मनाया गया. इस दौरान 10 पाउंड का केक भी काटा गया. जिसमें स्कूली बच्चे, वन रक्षी और पदाधिकारी के साथ ग्रामीण भी शामिल हुए.
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दलमा पश्चिमी रेंजर दिनेश चंद्रा ने बताया कि यह खुशी की बात है. इससे लोगों में एक अच्छा संदेश जाता है कि जब हम अपने घर के बच्चों का जन्मदिन मना सकते हैं तो वन्य प्राणी का क्यों नहीं. रजनी के जन्मदिन पर लोगों को जंगली जानवरों के प्रति जागरूक करना भी एक मुख्य उद्देश्य है. इस मौके पर रेंजर दिनेश चंद्र ने स्कूली बच्चों के बीच वन्यजीवों से बचाव, उनका संरक्षण और वन सुरक्षा कैसे किया जाए इससे संबंधी प्रसार पुस्तिका बच्चों के बीच वितरण किया.
वन विभाग का संदेश
रजनी के जन्मदिन को लेकर वन विभाग यह संदेश देना चाहता है कि जानवर भी पृथ्वी के लिए महत्वपूर्ण हैं और उनका भी अपना महत्व है. इसी संदेश को ध्यान में रखकर जन्मदिन मनाया जाता है. कोशिश है कि इससे दूसरे भी सीख लें और जानवरों की सुरक्षा और सुरक्षा संदेश देने के लिए इसे आत्मसात करें.
झुंड से बिछड़कर गड्ढे में फंसी मिली थी रजनी
झुंड में रहने वाली मादा हाथी रजनी हाथियों की झुंड से बिछड़कर चांडिल के पास एक गड्ढे में फंसी मिली थी. घायल अवस्था में उसे निकालकर टाटा जू लाया गया था, जहां काफी दिनों तक रजनी का इलाज हुआ. जब रजनी ठीक हो गई तो उसे दलमा वन्यप्राणी आश्रयणी माकूला कोचा लाया गया. दलमा के मकुला कोचा चेक नाका में बकायदा इस हथिनी का नामकरण रजनी के रूप में किया गया. उसी समय से रजनी का जन्मदिन धूमधाम से मनाया जा रहा है. रजनी का जन्मदिन मनाने के लिए दलमा वन आश्रयणी के कर्मचारियों के साथ ही मकुला कोचा के ग्रामीण भी शामिल थे.