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चांडिल डैम क्षेत्र के लिए वरदान नहीं अभिशापः सांसद संजय सेठ

सोमवार को भाजपा सांसद(BJP MP) संजय सेठ ने चांडिल डैम(Chandil Dam) से प्रभावित दर्जनों गांवों का निरीक्षण किया. इस डैम की वजह से हजारों लोग विस्थापित हुए, जिसे अब तक न्याय नहीं मिला है.

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चांडिल डैम क्षेत्र के लिए वरदान नहीं अभिशापः सांसद संजय सेठ
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Published : Jun 21, 2021, 11:03 PM IST

सरायकेला: सोमवार को भाजपा सांसद(BJP MP) संजय सेठ ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर पहुंचे और चांडिल डैम(Chandil Dam) से प्रभावित दर्जनों गांवों का निरीक्षण किया. विस्थापित गांवों के निरीक्षण के बाद सांसद ने कहा कि जिस उद्देश्य से चांडिल डैम का निर्माण किया गया था, वह आज तक अधूरा है. यह डैम क्षेत्र के लोगों के लिए वरदान नहीं, बल्कि अभिशाप साबित हो रहा है.

यह भी पढ़ेंःबाढ़ का खतरा: सरायकेला में लगातार बारिश से डूबा पुराना पुल, तटीय और निचले क्षेत्रों में अलर्ट

सांसद ने कहा कि डैम की वजह से हजारों लोग विस्थापित हो गए, जिन्हें आज तक न्याय नहीं मिला. उन्होंने कहा कि डैम के कारण कई गांवों में चार से पांच फुट पानी घुस गया है. इन गांवों में लोग नाव से आने-जाने को मजबूर हैं. उन्होंने कहा कि विस्थापित गांव के लोगों को अब तक विकास पुस्तिका नहीं मिली है.

देखें पूरी रिपोर्ट

मुख्यमंत्री से करेंगे शिकायत

संजय सेठ ने जल संसाधन विभाग पर तंज कसते हुए कहा कि अधिकारियों के पास एक्शन प्लान तक नहीं है. इसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा हैं. उन्होंने कहा कि चांडिल डैम से कई बड़े-बड़े कंपनियों को जलापूर्ति की जाती है, जिसपर वर्षों से बकाया है. अब यह बकाया करोड़ों में पहुंच गया है, लेकिन सरकारी उदासीनता की वजह से सरकारी राजस्व की क्षति हो रही है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से मिलकर बकायेदार कंपनियों पर शिकंजा कसने की मांग करेंगे.

बाढ़ के पानी में किया योग
निरीक्षण के दौरान एक गांव में सांसद संजय सेठ अपने समर्थकों के साथ पहुंचे, जहां पानी में खड़े होकर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योग किया और सरकार की नाकामी का विरोध जताया. इसके साथ ही सांसद संजय सेठ ने सांसद निधि से एक एंबुलेंस चांडिल अनुमंडल अस्पताल को उपलब्ध कराया.

सरायकेला: सोमवार को भाजपा सांसद(BJP MP) संजय सेठ ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर पहुंचे और चांडिल डैम(Chandil Dam) से प्रभावित दर्जनों गांवों का निरीक्षण किया. विस्थापित गांवों के निरीक्षण के बाद सांसद ने कहा कि जिस उद्देश्य से चांडिल डैम का निर्माण किया गया था, वह आज तक अधूरा है. यह डैम क्षेत्र के लोगों के लिए वरदान नहीं, बल्कि अभिशाप साबित हो रहा है.

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सांसद ने कहा कि डैम की वजह से हजारों लोग विस्थापित हो गए, जिन्हें आज तक न्याय नहीं मिला. उन्होंने कहा कि डैम के कारण कई गांवों में चार से पांच फुट पानी घुस गया है. इन गांवों में लोग नाव से आने-जाने को मजबूर हैं. उन्होंने कहा कि विस्थापित गांव के लोगों को अब तक विकास पुस्तिका नहीं मिली है.

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मुख्यमंत्री से करेंगे शिकायत

संजय सेठ ने जल संसाधन विभाग पर तंज कसते हुए कहा कि अधिकारियों के पास एक्शन प्लान तक नहीं है. इसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा हैं. उन्होंने कहा कि चांडिल डैम से कई बड़े-बड़े कंपनियों को जलापूर्ति की जाती है, जिसपर वर्षों से बकाया है. अब यह बकाया करोड़ों में पहुंच गया है, लेकिन सरकारी उदासीनता की वजह से सरकारी राजस्व की क्षति हो रही है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से मिलकर बकायेदार कंपनियों पर शिकंजा कसने की मांग करेंगे.

बाढ़ के पानी में किया योग
निरीक्षण के दौरान एक गांव में सांसद संजय सेठ अपने समर्थकों के साथ पहुंचे, जहां पानी में खड़े होकर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योग किया और सरकार की नाकामी का विरोध जताया. इसके साथ ही सांसद संजय सेठ ने सांसद निधि से एक एंबुलेंस चांडिल अनुमंडल अस्पताल को उपलब्ध कराया.

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