सरायकेला: खरसावां के लोसोदिकी गांव में मां दुर्गा और मनसा की पूजा पूरे विधि विधान के साथ की गई. इस दौरान वर्षों से चली आ रही परंपरा के अनुसार निया माड़ा नामक धार्मिक अनुष्ठान का भी आयोजन किया गया. इस दौरान भक्त व्रत रखकर अंगारों पर नंगे पांव चले और मन्नत पूरी होने पर खुशी जाहिर की.
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अंगारों पर चले भक्त
भक्त ढोल और नगाड़े की थाप पर अंगारों पर चले. इस दौरान कई महिलाएं अपनी गोदी में बच्चों को लेकर आग पर चल रही थी. हर साल की तरह इस साल भी भक्तों ने अपने शरीर को कष्ट देकर अपनी आराध्य देवी मां मनसा से किया हुआ वायदा पूरा किया. भक्त की मानें तो मन और आत्मा की शांति के लिए शरीर को बेहद कष्ट देने में सुकून मिलता है. हठी भक्तों के अनुसार भक्ति के रुप को भगवान की महिमा मानते है. हठी भक्तों का कहना है कि आग में चलने के बावजूद भी आज तक किसी भक्त को कोई बीमारी नहीं हुई है. भक्ति के इस दृश्य को देखने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु भी पहुंचे थे. इस धार्मिक अनुष्ठान में शामिल होने के लिए स्थानीय विधायक दशरथ गागराई भी पूरे परिवार के साथ पहुंचे थे.