सरायकेला: जिले के औद्योगिक क्षेत्र समेत आस-पास के इलाकों में डेंगू वायरस लगातार तेजी से फैल रहा है. नतीजतन ईएसआईसी अस्पताल के अलावा अन्य सरकारी और निजी अस्पतालों में डेंगू के मरीजों की तादाद बढ़ती जा रही है. सरकारी हो या निजी अस्पताल सभी जगह डेंगू के मरीज लगातार भर्ती हो रहे हैं. औसतन हर एक अस्पताल में 5 से 8 मरीज डेंगू की शिकायत लिए इलाज कराने पहुंच रहे हैं.
ईएसआईसी अस्पताल में लगाने पड़े अतिरिक्त 50 बेड
अगस्त से सितंबर महीने के बीच डेंगू के मरीजों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि से सभी अस्पताल मरीजों से भरे पड़े हैं. कोल्हान के एकमात्र कर्मचारी राज्य बीमा निगम अस्पताल यानी ईएसआईसी में 50 अतिरिक्त बेड लगाने पड़े हैं. जबकि यहां अस्पताल में पहले से ही मात्र 50 बेड निर्धारित हैं. ऐसे में मरीजों की बढ़ती संख्या से डेंगू ग्रस्त मरीजों का बेहतर इलाज नहीं हो पा रहा.
सितंबर माह में बारिश से बढ़ी मरीजों की संख्या
अमूमन सितंबर माह में बरसात का मौसम समाप्त हो जाता है, लेकिन इस साल सितंबर के बाद अक्टूबर माह तक लगातार हो रही बारिश के कारण जगह-जगह जलभराव से डेंगू के लारवा और एडिस मच्छर पनप रहे हैं. नतीजतन इनके द्वारा डेंगू के वायरस को भी जबरदस्त तरीके से फैलाया जा रहा है और लोग लगातार इसके शिकार हो रहे हैं. ईएसआईसी अस्पताल में महज 2 महीने में ही 126 से अधिक डेंगू के मरीज भर्ती हुए हैं. इनमें नवजात बच्चों की भी संख्या काफी है.
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साफ पानी में पनपते हैं डेंगू के एडिस मच्छर
जानकारों के मुताबिक डेंगू के मच्छर बरसात के पानी में सबसे ज्यादा पनपते हैं और इनके द्वारा छोड़े गए लारवा से डेंगू का वायरस फैल रहा है. इसकी रोकथाम के लिए घर और मोहल्लों के आस-पास पानी को किसी भी हाल में जमा नहीं होने दिया जाना चाहिए. जबकि आम लोगों और खासकर डेंगू के मरीजों को पूरे बांह के कपड़े पहनने चाहिए.