सरायकेला: कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर लॉकडाउन में झारखंड के सरकारी स्कूल भी बंद है. ऐसे में छात्रों को मिलने वाला मध्यान भोजन भी बंद कर दिया गया है. वहीं सरकार के आदेश के बाद अब जिला प्रशासन स्कूलों के छात्र को घरों तक मध्यान भोजन और प्रतिदिन के हिसाब से मिलने वाला पैसा पहुंचा रहा है.
कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर देशभर के साथ झारखंड में भी लॉकडाउन है. इस लॉकडाउन में चारों तरफ बंदी है, ऐसे में सरकारी स्कूलों पर भी ताला लटका हुआ है. इधर, झारखंड सरकार ने लॉकडाउन के दौरान स्कूली बच्चों को मिलने वाला मिड डे मील भी बंद कर दिया है. वहीं, अब स्थानीय जिला प्रशासन के सहयोग से सरकारी विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के घरों तक मध्याह्न भोजन यानी मिड-डे-मील पहुंचाने की शुरुआत की गई है. इसके तहत अब स्कूली छात्रों के घरों तक 100 ग्राम चावल और प्रति छात्र को 4 रूपये की दर से भुगतान करना है.
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वहीं, मध्याह्न भोजन के तहत छात्रों को चावल मुहैया कराने के अभियान की शुरुआत सोमवार को जिले के उपायुक्त ए दोद्डे ने की. अब सभी प्रखंडों में अभियान के तहत वाहनों के माध्यम से स्कूली छात्र-छात्राओं के घरों तक चावल और 4 रूपये पहुंचाये जाएंगे. इस मौके पर जिले के उपायुक्त समेत उप विकास आयुक्त और अन्य वरीय अधिकारी भी मौजूद रहे.
कोरोना के खिलाफ सरायकेला प्रशासन ने संपूर्ण तैयारी कर रखी है. जिले के उपायुक्त ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने केंद्र और राज्य सरकार के निर्देशों का अनुपालन करते हुए लगातार अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने साफ किया कि कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर सभी तैयारियां पूर्ण है. जिले के सदर अस्पताल में आइसोलेसन वार्ड तैयार है, इसके अलावा सीमावर्ती क्षेत्रों पर आने-जाने वाले लोगों के स्वास्थ्य की संपूर्ण जांच की जा रही है और कोरोना के खिलाफ जंग में जिला प्रशासन अग्रणी भूमिका अदा कर रहा है.