सरायकेला: जिले के सरायकेला थाना क्षेत्र अंतर्गत सिनी ओपी क्षेत्र के रेलवे स्टेशन के पास एक नाबालिग छात्र ने आत्महत्या कर ली. इस संबंध में बताया जा रहा है कि छात्र ने कुछ दिन पूर्व चोरी का एक मोबाइल खरीदा था, जिसके बाद पुलिस जांच के डर से उसने यह कदम उठा लिया. इधर छात्र द्वारा आत्महत्या किए जाने से आक्रोशित सरायकेला वासियों ने पुलिस पर छात्र को डराने धमकाने संबंधित आरोप लगाते हुए थाना का घेराव किया.
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क्या है मामलाः बताया जाता है कि सरायकेला थाना अंतर्गत बाजार के पास रहने वाले नौवीं कक्षा के छात्र ने बीते दिनों एक सेकंड हैंड मोबाइल फोन खरीदा था, जो चोरी का था. इस बीच सिम कार्ड लगाकर फोन उपयोग करने के बाद जमशेदपुर के साकची थाना ने सरायकेला पुलिस से संपर्क साधा. इसी बीच अनुसंधान में पता चला कि एक छात्र चोरी का मोबाइल फोन इस्तेमाल कर रहा है.
पुलिस द्वारा मामले के संबंध में जांच शुरू की गई. इस बीच पुलिसकर्मियों द्वारा नाबालिग छात्र के घर जाकर उसकी खोजबीन शुरू की गई. इसकी जानकारी छात्र को लगी जिसके बाद बुधवार रात उसने आत्महत्या कर ली. इस घटना के बाद गुरुवार को सरायकेला बाजार आसपास रहने वाले लोगों ने थाना का घेराव किया. स्थानीय लोगों द्वारा बताया गया कि पुलिस जांच के नाम पर डराने-धमकाने और दबाव दिए जाने के चलते ही छात्र ने अपनी जान दे दी.
सरायकेला थाना प्रभारी नीतीश कुमार ने सिर्फ इतना ही बताया कि जमशेदपुर के साकची से एक मोबाइल चोरी हुई थी. जिसे जमशेदपुर पुलिस की टेक्निकल सेल ने लोकेशन के आधार पर सरायकेला से खोज निकाला था.
घर का इकलौता था छात्रः बताया जाता है सरायकेला बाजार के पास रहना वाला छात्र घर का इकलौता चिराग था. नाबालिग के पिता की मृत्यु 2 वर्ष पूर्व ही हो चुकी है. वह अपनी मां और एक छोटी बहन के साथ रहता था. जहां वह परिवार के लिए छोटे-मोटे काम करके जीविका चलाने में सहायता करता था. घटना की जानकारी होने के बाद सरायकेला जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा और मंत्री चंपई सोरेन के सांसद प्रतिनिधि सनद आचार्य भी थाना पहुंचे और आक्रोशित लोगों को समझाने बुझाने का प्रयास किया.