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सरायकेलाः सरकार के आदेश के बिना ईचा डैम का निर्माण कार्य शुरू, ईचा खरकई बांध विरोधी विस्थापन संघ ने जताया विरोध

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Published : Sep 28, 2020, 8:19 PM IST

सरायकेला के ईचा खरकई बांध विरोधी विस्थापन संघ ने बैठक की. बैठक में सदर प्रखंड चाईबासा के कुर्सी, मौदी, बड़ाजयपुर आदि गांव के ग्रामसभा प्रतिनिधि सम्मिलित हुए. बैठक में निर्णय लिया गया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईचा डैम को पूर्ण रूप से रद्द करने के लिए ज्ञापन सौंपा जाएगा.

Construction of Echa Dam started in Seraikela without government order
Construction of Echa Dam started in Seraikela without government order

सरायकेला: ईचा खरकई बांध विरोधी विस्थापन संघ की ओर से प्रखंड क्षेत्र के बंदोडीह में सोमवार को ग्रामसभा प्रतिनिधि मंडल की बैठक संयोजक दासकन कुदादा की अध्यक्षता में हुई. इस बैठक में सदर प्रखंड चाईबासा के कुर्सी, मौदी, बड़ाजयपुर आदि गांव के ग्रामसभा प्रतिनिधि सम्मिलित हुए.

बैठक में सरकार के बगैर आदेश के डैम निर्माण कंपनी की ओर से क्षेत्र में निर्माण कार्य फिर से चालू करने को लेकर कड़ा एतराज जताया गया. साथ ही बैठक में निर्णय लिया गया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईचा डैम को पूर्ण रूप से रद्द करने के लिए ज्ञापन सौंपा जाएगा. इस मौके पर ईचा खरकई बांध विरोधी विस्थापन संघ के संयोजक ने कहा कि स्थानीय विधायकों को डैम क्षेत्र का दौरा निरीक्षण करना चाहिए. ताकि वर्तमान वस्तुस्थिति से अवगत हो सकें. इसके बावजूद भी यदि जनप्रतिनिधि कोई करवाई नहीं करते हैं, तो प्रत्येक गांव में बैठक आयोजित कर कंपनी और सरकार का पुतला दहन किया जाएगा.

ये भी पढ़ें-किसान बिल के विरोध में कांग्रेस का प्रदर्शन, कहा- अन्नदाता के साथ नाइंसाफी कर रही सरकार

वहीं, डैम निर्माण में वित्त प्रदान कर रहे नाबार्ड महाप्रबंधक का भी पुरजोर विरोध किया जाएगा. नाबार्ड आदिवासियों के लिए जहरीला नागिन की तरह है, जो आदिवासी-मूलवासियों को उजाड़ने के लिए राशि उपलब्ध करा रही है. इससे आदिवासी मूलवासी काफी आक्रोशित हैं. वहीं, दासकन ने कहा कि आने वाले पंचायत चुनाव और विधानसभा चुनाव में क्षेत्रीय प्रतिनिधियों को सबक सिखाया जाएगा, क्योंकि सभी राजनीतिक दल अपनी चुनावी एजेंडा से भटक गए हैं और जनता से वादाखिलाफी कर रहे हैं.

सरायकेला: ईचा खरकई बांध विरोधी विस्थापन संघ की ओर से प्रखंड क्षेत्र के बंदोडीह में सोमवार को ग्रामसभा प्रतिनिधि मंडल की बैठक संयोजक दासकन कुदादा की अध्यक्षता में हुई. इस बैठक में सदर प्रखंड चाईबासा के कुर्सी, मौदी, बड़ाजयपुर आदि गांव के ग्रामसभा प्रतिनिधि सम्मिलित हुए.

बैठक में सरकार के बगैर आदेश के डैम निर्माण कंपनी की ओर से क्षेत्र में निर्माण कार्य फिर से चालू करने को लेकर कड़ा एतराज जताया गया. साथ ही बैठक में निर्णय लिया गया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईचा डैम को पूर्ण रूप से रद्द करने के लिए ज्ञापन सौंपा जाएगा. इस मौके पर ईचा खरकई बांध विरोधी विस्थापन संघ के संयोजक ने कहा कि स्थानीय विधायकों को डैम क्षेत्र का दौरा निरीक्षण करना चाहिए. ताकि वर्तमान वस्तुस्थिति से अवगत हो सकें. इसके बावजूद भी यदि जनप्रतिनिधि कोई करवाई नहीं करते हैं, तो प्रत्येक गांव में बैठक आयोजित कर कंपनी और सरकार का पुतला दहन किया जाएगा.

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वहीं, डैम निर्माण में वित्त प्रदान कर रहे नाबार्ड महाप्रबंधक का भी पुरजोर विरोध किया जाएगा. नाबार्ड आदिवासियों के लिए जहरीला नागिन की तरह है, जो आदिवासी-मूलवासियों को उजाड़ने के लिए राशि उपलब्ध करा रही है. इससे आदिवासी मूलवासी काफी आक्रोशित हैं. वहीं, दासकन ने कहा कि आने वाले पंचायत चुनाव और विधानसभा चुनाव में क्षेत्रीय प्रतिनिधियों को सबक सिखाया जाएगा, क्योंकि सभी राजनीतिक दल अपनी चुनावी एजेंडा से भटक गए हैं और जनता से वादाखिलाफी कर रहे हैं.

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