सरायकेला: जिला के चांडिल अनुमंडल क्षेत्र अंतर्गत नीमडीह प्रखंड के उगीडीह गांव में आदिवासी खतियानी जमीन विवाद में दो पक्षों के बीच सोमवार सुबह जमकर मारपीट हुई. यह घटना पुलिस बल की मौजूदगी में जमीन कब्जा दिलाने के दौरान हुई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
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क्या है पूरा मामला: जानकारी के अनुसार नीमडीह प्रखंड के उगीडीह गांव की रहने वाली आदिवासी महिला पिंकी सिंह को उनके खतियानी जमीन पर सोमवार को दखल दिलाना था. इस बीच पुश्तैनी जमीन खाता नंबर 64, प्लॉट नम्बर 17, 18 कुल रकवा 0.24 डिसमील जमीन पर सुबोध प्रसाद सिंह और उनके पुत्र राकेश सिंह द्वारा चाहरदिवारी निर्माण कराया गया था, जिसे लेकर पूर्व में ही खतियानी पिंकी सिंह ने एसडीओ कार्यालय में आवेदन दिया था. मामले को लेकर एसडीओ कार्यालय से दोनों पक्षों को नोटिस जारी किया गया था. जांच के बाद एसडीओ कार्यालय से आदेश पत्र निर्गत करते हुए 3 फरवरी को पत्रांक संख्या 132 आदेशानुसार नीमडीह थाना और अंचल कार्यालय को आदेश दिया गया कि खतियानी भूमि पर आवेदिका पिंकी सिंह को कब्जा दिलाया जाए. जमीन कब्जा दिलाने के दौरान सोमवार को दोनों पक्ष पुलिस बल के सामने ही भीड़ गए.
थाना प्रभारी ने कहा मारपीट की नहीं है लिखित शिकायत: मामले के संबंध में नीमडीह थाना प्रभारी अमित गुप्ता ने बताया है कि जमीन मामले को लेकर हुए मारपीट की जानकारी इन्हें नहीं है. ना ही किसी पक्ष द्वारा थाने में लिखित आवेदन दिया गया है. आवेदन आने के बाद ही जांच की जाएगी. इधर घटना के बाद पीड़िता ने झामुमो उपाध्यक्ष सुखराम हेंब्रम से न्याय की गुहार लगाई है. जिसक बाद उपाध्यक्ष सुखराम उरांव ने पुलिस प्रशासन से मामले की उच्चस्तरीय जांच के बाद कड़ी कार्रवाई की मांग की है.