सरायकेला: जिला में चांडिल स्थित नवनिर्मित अनुमंडलीय न्यायालय का सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना ने शनिवार को वर्चुअल उदघाटन किया. चांडिल अनुमंडलीय न्यायालय भवन को 19 करोड़ से अधिक की लागत से बनाया गया है. उद्घाटन को लेकर चांडिल अनुमंडलीय न्यायालय को दुल्हन की तरह सजाया गया था. सुरक्षा की भी चाक चौबंद व्यवस्था की गई थी. इस अवसर पर महिलाओं ने पारंपरिक आदिवासी नृत्य प्रस्तुत किया.
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अब लोगों को मिलेंगी ये सुविधाएं: मौके पर प्रधान जिला सत्र न्यायाधीश विजय कुमार ने कहा कि चांडिल अनुमंडलीय न्यायालय का उद्घाटन होने से इस क्षेत्र के लोगों को सस्ता और सुलभ न्याया मिलेगा. चांडिल अनुमंडलीय न्यायालय में तीन सेशन कोर्ट काम करेगा. उपायुक्त अरवा राजकमल ने कहा कि चांडिल अनुमंडलीय न्यायालय लोगों की लीगल नीड को फुलफिल करेगा. चांडिल अनमुंडल के गठन होने के 18 साल बाद अनुमंडलीय न्यायालय के उद्घाटन होने से क्षेत्र के लोगों में खुशी है. अब न्यायालय कार्य के लिए लोगों को सरायकेला न्यायालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा. इससे पहले क्षेत्र के लोगों को 50 से 55 किमी दूरी तय कर सरायकेला कोर्ट जाना पड़ता था.
19 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से बना अनुमंडलीय न्यायालय भवन: चांडिल अनुमंडलीय न्यायालय भवन की कुल लागत 19 करोड़ 37 लाख 86 हजार 603 रुपये और चांडिल अनुमंडलीय न्यायालय के आवासीय भवन की कुल लागत 16 करोड़ 47 लाख 20 हजार 667 रुपये है. चांडिल अनुमंडलीय न्यायालय का परिसर करीब साढ़े सात एकड़ में फैला है. नवनिर्मित चांडिल अनुमंडलीय न्यायालय में अलग-अलग 10 कोर्ट, एक एडीआर कोर्ट और एक ई-कोर्ट है. अनुमंडलीय न्यायालय बाउंड्री वॉल, सामूहिक भवन, हाजत, विटनेश् शेड, पुलिस बैरक, जनरेटर, सीसीटीवी कैमरा आदि सुविधाएं हैं.
कई अधिकारी और अधिवक्ता थे उपस्थित: इस मौके पर चांडिल अनुमंडलीय न्यायालय में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश विजय कुमार, उपायुक्त राजकमल, एसपी आनंद प्रकाश, डीएलएसए सचिव क्रांति प्रसाद, झारखंड बार एसोसिएशन के वाइस चेयरमैन राजीव शुक्ला, एसडीसी सुबोध कुमार, चांडिल एसडीओ रंजीत लोहरा और एसडीपीओ संजय सिंह समेत कई पदाधिकारी और अधिवक्ता उपस्थित थे.