सरायकेला: जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदेव राम उरांव के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है. अर्जुन मुंडा ने कहा कि जगदेव राम का वनवासी समाज के संपूर्ण विकास और स्वाभिमान जागरण की दिशा में अभूतपूर्व योगदान था. उनके निधन से वनवासी समाज को अपूरणीय क्षति हुई है. जनजातीय मामलों के मंत्री और रांची, गुमला, सिमडेगा, खूंटी, चाईबासा और सरायकेला खरसावां के जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) के अध्यक्ष अर्जुन मुंडा ने उपायुक्तों को पत्र लिखकर वेबीनार के माध्यम से दिशा की बैठक करने का आग्रह किया है.
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कोरोना संक्रमण के मद्देनजर अर्जुन मुंडा ने वेबीनार के माध्यम से ही महत्वपूर्ण बैठक आयोजित करने का सुझाव दिया है. अर्जुन मुंडा ने दस दिनों के भीतर वेबीनार के आयोजन की बात कही है. बैठक में परिवहन को सुगम बनाने और सिंचाई प्रणाली विकसित करने के लिए बुनियादी ढांचे के विकास, पुलियों के साथ सड़क निर्माण पर जोर दिया जाएगा. उन्होंने लिखा है कि पावर प्वाइंट स्लाइड भी तैयार किए जा सकते हैं, जिसमें इन जिलों के भीतर किए जा रहे कल्याणकारी कार्यों को शामिल किया जा सकता है.
गुरुवार को होगा अंतिम संस्कार
बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के अनुषांगिक संगठन अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदेव राम उरांव का बुधवार को निधन हो गया. छत्तीसगढ़ के जशपुर के जिला अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली. उनके निधन की खबर मिलते ही संघ से जुड़े संगठनों में शोक की लहर दौड़ गई. दोपहर उन्हें चक्कर आने के बाद जशपुर जिला चिकित्सालय ले जाया गया, जहां अपराह्न् तीन बजे उनका निधन हो गया. उनका अंतिम संस्कार जशपुर में गुरुवार को होगा. आठ करोड़ वनवासियों के कल्याण के लिए काम करने वाले संघ के इस संगठन से जगदेव राम का जुड़ाव 1989 से बताया जाता है. वनवासियों के कल्याण के लिए काम करने वाले व्यक्ति के तौर पर उनकी देश में पहचान रही.