सरायकेलाः झारखंड में आदर्श आचार संहिता लागू होते ही जिस प्रकार सरकारी अधिकारियों के तबादले और पदस्थापन पर रोक लग जाती है, ठीक उसी तरह राजनीतिक दलों के नेताओं के दल बदल पर भी रोक लगनी चाहिए. सरायकेला में झारखंड लीगल एडवाइजरी एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन ने यह मांग की है.
अधिवक्ताओं की संस्था झारखंड लीगल एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन जेलडो ने राज्य चुनाव आयोग से मांग की है कि राज्य में आचार संहिता लागू हो, ताकि राजनीतिक दलों में दल-बदलू पर रोक लगाई साके. अधिवक्ताओं की संस्था ने अपने मांगों को लेकर राज्य चुनाव आयुक्त से मिलकर जल्द ही एक ज्ञापन सौंपने की बात कही है, जिसमें यह मांग रखी जाएगी.
टिकट के लिए न हो दल-बदल
वहीं, संस्था का मानना है कि चुनाव में सत्ता के खेल को लेकर चुनाव के बाद नेताओं का जो चरित्र समाज के सामने आता है उससे आम वोटर बाद में आहत होते हैं. संस्था का मानना है कि राज्य में निर्वाचन आयोग चुनाव आदर्श आचार संहिता लागू करने से पूर्व ऐसे प्रावधान करे कि कोई भी निबंधित राजनीतिक दल का नेता टिकट के लिए पार्टी छोड़ने का काम नहीं करे.
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निष्पक्ष और भ्रष्टाचार मुक्त हो चुनाव
अधिवक्ताओं की संस्था जेलडो चुनाव आयोग से मिलकर अपनी मांग रखेगी. जिसके तहत आगामी विधानसभा चुनाव निष्पक्ष और भ्रष्टाचार मुक्त संपन्न कराया जा सके. इसके साथ ही संस्था ने मांग की है कि एक दल के व्यक्ति के दूसरे दल में जाने पर रोक लगनी चाहिए. जिससे यदि कोई प्रत्याशी अपने पार्टी को बदलकर चुनाव लड़ना चाहता है तो वह निर्दलीय लड़े न कि दल बदल कर चुनाव लड़े.
दल बदल कानून में हो संशोधन
झारखंड लीगल एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन दल बदल कानून में संशोधन की भी मांग चुनाव आयोग से करेगा.1985 में बने दल बदल कानून में फिर से संशोधन किए जाने की भी मांग प्रमुखता से रखी जाएगी, ताकि चुनाव के दौरान धनबल और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगायी जा सके.