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सरायकेलाः आदर्श आचार संहिता में संशोधन की मांग, राजनीतिक दलों के नेताओं पर दल-बदल पर लगे रोक

सरायकेला में झारखंड लीगल एडवाइजरी एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन ने राज्य चुनाव आयोग से मांग की है कि चुनाव के समय दल बदल करने पर आदर्श आचार संहिता लागू हो. ताकि टिकट की लालच में कोई नेता दल-बदल न कर सके.

आदर्श आचार संहिता में संशोधन की मांग
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Published : Oct 15, 2019, 4:35 PM IST

सरायकेलाः झारखंड में आदर्श आचार संहिता लागू होते ही जिस प्रकार सरकारी अधिकारियों के तबादले और पदस्थापन पर रोक लग जाती है, ठीक उसी तरह राजनीतिक दलों के नेताओं के दल बदल पर भी रोक लगनी चाहिए. सरायकेला में झारखंड लीगल एडवाइजरी एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन ने यह मांग की है.

देखें पूरी खबर

अधिवक्ताओं की संस्था झारखंड लीगल एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन जेलडो ने राज्य चुनाव आयोग से मांग की है कि राज्य में आचार संहिता लागू हो, ताकि राजनीतिक दलों में दल-बदलू पर रोक लगाई साके. अधिवक्ताओं की संस्था ने अपने मांगों को लेकर राज्य चुनाव आयुक्त से मिलकर जल्द ही एक ज्ञापन सौंपने की बात कही है, जिसमें यह मांग रखी जाएगी.

टिकट के लिए न हो दल-बदल
वहीं, संस्था का मानना है कि चुनाव में सत्ता के खेल को लेकर चुनाव के बाद नेताओं का जो चरित्र समाज के सामने आता है उससे आम वोटर बाद में आहत होते हैं. संस्था का मानना है कि राज्य में निर्वाचन आयोग चुनाव आदर्श आचार संहिता लागू करने से पूर्व ऐसे प्रावधान करे कि कोई भी निबंधित राजनीतिक दल का नेता टिकट के लिए पार्टी छोड़ने का काम नहीं करे.

ये भी पढ़ें- झारखंड विधानसभा चुनाव 2019: 35 सीटों पर कांग्रेस की दावेदारी, संथाल की 7 सीट पर नजर: रामेश्वर उरांव

निष्पक्ष और भ्रष्टाचार मुक्त हो चुनाव
अधिवक्ताओं की संस्था जेलडो चुनाव आयोग से मिलकर अपनी मांग रखेगी. जिसके तहत आगामी विधानसभा चुनाव निष्पक्ष और भ्रष्टाचार मुक्त संपन्न कराया जा सके. इसके साथ ही संस्था ने मांग की है कि एक दल के व्यक्ति के दूसरे दल में जाने पर रोक लगनी चाहिए. जिससे यदि कोई प्रत्याशी अपने पार्टी को बदलकर चुनाव लड़ना चाहता है तो वह निर्दलीय लड़े न कि दल बदल कर चुनाव लड़े.

दल बदल कानून में हो संशोधन
झारखंड लीगल एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन दल बदल कानून में संशोधन की भी मांग चुनाव आयोग से करेगा.1985 में बने दल बदल कानून में फिर से संशोधन किए जाने की भी मांग प्रमुखता से रखी जाएगी, ताकि चुनाव के दौरान धनबल और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगायी जा सके.

सरायकेलाः झारखंड में आदर्श आचार संहिता लागू होते ही जिस प्रकार सरकारी अधिकारियों के तबादले और पदस्थापन पर रोक लग जाती है, ठीक उसी तरह राजनीतिक दलों के नेताओं के दल बदल पर भी रोक लगनी चाहिए. सरायकेला में झारखंड लीगल एडवाइजरी एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन ने यह मांग की है.

देखें पूरी खबर

अधिवक्ताओं की संस्था झारखंड लीगल एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन जेलडो ने राज्य चुनाव आयोग से मांग की है कि राज्य में आचार संहिता लागू हो, ताकि राजनीतिक दलों में दल-बदलू पर रोक लगाई साके. अधिवक्ताओं की संस्था ने अपने मांगों को लेकर राज्य चुनाव आयुक्त से मिलकर जल्द ही एक ज्ञापन सौंपने की बात कही है, जिसमें यह मांग रखी जाएगी.

टिकट के लिए न हो दल-बदल
वहीं, संस्था का मानना है कि चुनाव में सत्ता के खेल को लेकर चुनाव के बाद नेताओं का जो चरित्र समाज के सामने आता है उससे आम वोटर बाद में आहत होते हैं. संस्था का मानना है कि राज्य में निर्वाचन आयोग चुनाव आदर्श आचार संहिता लागू करने से पूर्व ऐसे प्रावधान करे कि कोई भी निबंधित राजनीतिक दल का नेता टिकट के लिए पार्टी छोड़ने का काम नहीं करे.

ये भी पढ़ें- झारखंड विधानसभा चुनाव 2019: 35 सीटों पर कांग्रेस की दावेदारी, संथाल की 7 सीट पर नजर: रामेश्वर उरांव

निष्पक्ष और भ्रष्टाचार मुक्त हो चुनाव
अधिवक्ताओं की संस्था जेलडो चुनाव आयोग से मिलकर अपनी मांग रखेगी. जिसके तहत आगामी विधानसभा चुनाव निष्पक्ष और भ्रष्टाचार मुक्त संपन्न कराया जा सके. इसके साथ ही संस्था ने मांग की है कि एक दल के व्यक्ति के दूसरे दल में जाने पर रोक लगनी चाहिए. जिससे यदि कोई प्रत्याशी अपने पार्टी को बदलकर चुनाव लड़ना चाहता है तो वह निर्दलीय लड़े न कि दल बदल कर चुनाव लड़े.

दल बदल कानून में हो संशोधन
झारखंड लीगल एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन दल बदल कानून में संशोधन की भी मांग चुनाव आयोग से करेगा.1985 में बने दल बदल कानून में फिर से संशोधन किए जाने की भी मांग प्रमुखता से रखी जाएगी, ताकि चुनाव के दौरान धनबल और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगायी जा सके.

Intro:झारखंड राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू होते हैं जिस प्रकार सरकारी अधिकारियों के तबादले और पदस्थापन पर रोक लग जाती है , ठीक उसी तरह आचार संहिता के लगते ही राजनीतिक दलों के नेताओं पर भी दल बदल किए जाने पर रोक लगनी चाहिए , यह मांग सरायकेला में झारखंड लीगल एडवाइजरी एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन ने की है।


Body:अधिवक्ताओं की संस्था झारखंड लीगल एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन, जेलडो ने राज्य में आचार संहिता लागू होते ही राजनीतिक दलों में दलबदलू पर रोक लगाए जाने की मांग राज्य चुनाव आयोग से की है, अधिवक्ताओं की संस्था द्वारा अपने मांगों को लेकर राज्य चुनाव आयुक्त से मिलकर जल्द ही एक मांग पत्र सौंपा जाएगा जिसमें यह मांग रखी जाएगी संस्था का मानना है कि चुनाव में सत्ता के खेल को लेकर चुनाव के बाद नेताओं का जो चरित्र समाज के सामने आता है , उससे आम वोटर बाद में आहत होते हैं।
संस्था का मानना है कि राज्य में निर्वाचन आयोग चुनाव की आदर्श आचार संहिता लागू करने से पूर्व ऐसे प्रावधान करें कि कोई भी निबंधित राजनीतिक दल का नेता टिकट के लिए पार्टी छोड़ने का काम नहीं करें।

निष्पक्ष और भ्रष्टाचार मुक्त हो चुनाव ।

अधिवक्ताओं की संस्था जेलडो चुनाव आयोग से मिलकर अपने मांगे को रखेंगे जिसके तहत आगामी विधानसभा चुनाव निष्पक्ष और भ्रष्टाचार मुक्त संपन्न कराया जा सके, साथ ही संस्था ने मांग की है कि एक दल के व्यक्ति को दूसरे दल में जाने पर रोक लगनी चाहिए , जबकि यदि कोई प्रत्याशी अपने पार्टी को बदलकर चुनाव लड़ना चाहता है तो वह निर्दलीय लड़े ना की दल बदल कर।


Conclusion:दल बदल कानून में हो संशोधन।

झारखंड लीगल एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन द्वारा दल बदल कानून में संशोधन की भी मांग चुनाव आयोग से की जाएगी जबकि 1985 में बने दल बदल कानून में फ़िर से लेकरसंशोधन किए जाने की भी मांग प्रमुखता से रखी जाएगी, ताकि चुनाव के दरमियान धनबल और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया जा सके।

बाइट - ओम प्रकाश , अध्यक्ष, जेलेडो ।
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