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सरायकेला में बाढ़ के खतरे से स्कूल के छत पर बच्चों के शरण लेने का मामला: जिला प्रशासन ने बताया गलत - मस्ती की पाठशाला स्कूल

देश के कई राज्यों में चक्रवाती तूफान यास का असर दिख रहा है. झारखंड के कुछ जिला भी इस तूफान से प्रभावित है. सरायकेला के राजनगर प्रखंड अंतर्गत मस्ती की पाठशाला स्कूल में पढ़ने वाले लगभग 70 बच्चे बाढ़ के खतरे के कारण छत पर चढ़ गए थे और मदद की गुहार लगाई थी. इस मामले में जिला प्रशासन ने गलत बताया है.

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स्कूली बच्चे
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Published : May 27, 2021, 6:24 PM IST

सरायकेला: चक्रवाती तूफान यास को लेकर लगातार बारिश के बाद कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति बन गई है. राजनगर प्रखंड अंतर्गत भीम खांदा पौराणिक मंदिर के पास मौजूद मस्ती की पाठशाला स्कूल में पढ़ने वाले लगभग 70 बच्चे बाढ़ के खतरे के कारण छत पर चढ़ने का मामला सामने आया था. बच्चों ने जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई थी. इस मामले को जिला प्रशासन ने सरासर गलत करार दिया गया है. सरायकेला सिविल एसडीओ रामकृष्ण कुमार ने स्कूली बच्चों के छत पर डेरा जमाने संबंधित खबर को पूरी तरह निराधार बताया है.

एसडीओ और शिक्षक का बयान

इसे भी पढे़ं: सरायकेला में यास तूफान का असर: 70 बच्चों ने स्कूल की छत पर जमाया डेरा, प्रशासन से लगाई मदद की गुहार


बच्चों के छत पर शरण लेने का वीडियो और फोटो कुछ स्थानीय लोगों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया था, जिस पर फौरन जिला प्रशासन ने संज्ञान लिया और एनडीआरएफ की टीम के साथ आवासीय विद्यालय पहुंचे, जहां पाया गया कि बारिश के कारण स्कूल से सटे खाली भाग में पानी भर गया है, लेकिन आने जाने का मुख्य मार्ग बिल्कुल सुरक्षित है, साथ ही सभी बच्चे भी सुरक्षित माहौल में हैं.


सभी बच्चे सुरक्षित
आवासीय विद्यालय के कई शिक्षकों ने बताया कि जिला प्रशासन के ओर से स्कूल को सभी प्रकार की सहायता प्रदान की जा रही है और बच्चों को राशन का पैकेट भी उपलब्ध कराया गया है, सभी बच्चे सुरक्षित माहौल में हैं.

सरायकेला: चक्रवाती तूफान यास को लेकर लगातार बारिश के बाद कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति बन गई है. राजनगर प्रखंड अंतर्गत भीम खांदा पौराणिक मंदिर के पास मौजूद मस्ती की पाठशाला स्कूल में पढ़ने वाले लगभग 70 बच्चे बाढ़ के खतरे के कारण छत पर चढ़ने का मामला सामने आया था. बच्चों ने जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई थी. इस मामले को जिला प्रशासन ने सरासर गलत करार दिया गया है. सरायकेला सिविल एसडीओ रामकृष्ण कुमार ने स्कूली बच्चों के छत पर डेरा जमाने संबंधित खबर को पूरी तरह निराधार बताया है.

एसडीओ और शिक्षक का बयान

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बच्चों के छत पर शरण लेने का वीडियो और फोटो कुछ स्थानीय लोगों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया था, जिस पर फौरन जिला प्रशासन ने संज्ञान लिया और एनडीआरएफ की टीम के साथ आवासीय विद्यालय पहुंचे, जहां पाया गया कि बारिश के कारण स्कूल से सटे खाली भाग में पानी भर गया है, लेकिन आने जाने का मुख्य मार्ग बिल्कुल सुरक्षित है, साथ ही सभी बच्चे भी सुरक्षित माहौल में हैं.


सभी बच्चे सुरक्षित
आवासीय विद्यालय के कई शिक्षकों ने बताया कि जिला प्रशासन के ओर से स्कूल को सभी प्रकार की सहायता प्रदान की जा रही है और बच्चों को राशन का पैकेट भी उपलब्ध कराया गया है, सभी बच्चे सुरक्षित माहौल में हैं.

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