साहिबगंज: बाल विवाह, बाल श्रम और बाल यौन शोषण के खिलाफ बरहेट प्रखंड कार्यालय के सभागार में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिला बाल संरक्षण इकाई और मंथन स्वयंसेवी संस्था की ओर से वर्कशॉप का आयोजन किया गया था. कार्यक्रम की अध्यक्षता में बीडीओ सोमनाथ बनर्जी ने की.
बाल विवाह और बाल श्रम अभिशापः इस दौरान बीडीओ ने कहा कि बाल विवाह और बाल श्रम एक अभिशाप है. इसे समाप्त करने के लिए सभी को मिलकर कार्य करने की आवश्यकता है.बीडीओ सोमनाथ बनर्जी ने कहा कि ऐसे बच्चों का चिह्नित कर बल श्रम विभाग और प्रखंड कार्यालय बाल संरक्षण इकाई को सूचित करने की आवश्यकता है. उन्होंने यह भी बताया कि ऐसे बच्चे जहां नियोजित हैं उस फर्म को भी चिन्हित कर कार्रवाई करने की जरूरत है.
बच्चों को श्रम कार्य से मुक्त कराएंः वहीं जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी पूनम कुमारी ने कहा की बच्चे भगवान का रूप होते हैं और बच्चों को श्रम कार्य से मुक्त करना पहली प्राथमिकता होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि बाल श्रम कर रहे बच्चों को सरकार की योजनाओं से जोड़ने की जरूरत है. साथ ही प्रभावित बच्चों और उनके परिवार को चिन्हित कर उनके जीवन स्तर में सुधार लाने का प्रयास करना हम सभी का कर्तव्य है.
बचपन की सुरक्षा करना सभी का कर्तव्यः उन्होंने कहा कि सरकार की बहुत सारी योजनाएं बच्चों से संबंधित हैं. उन्होंने यह भी बताया कि बच्चों के बचपन की सुरक्षा हम सभी का कर्तव्य है. आज के बच्चे ही भारत का भविष्य हैं. राष्ट्र और समाज को मजबूत बनाने के लिए बाल श्रम मुक्त समाज का निर्माण करना है. कार्यशाला के दौरान बताया कि सरकार की स्पॉन्सरशिप योजना से बच्चों को चिन्हित कर जोड़ें. प्रभावित बच्चों के परिवार को चिह्नित कर बाल संरक्षण इकाई और बाल कल्याण समिति को सूचित करें, ताकि बचपन को सुरक्षित किया जा सके.