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कागजों में ही साहिबगंज हुआ शौचालय मुक्त, जानिए ओडीएफ जिला की पूरी कहानी

साहिबगंज को ओडीएफ जिला घोषित किया जा चुका है, लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और है. आलम ये है कि अभी-भी ग्रामीण इलाकों में शौचालय का निर्माण नहीं हो पाया है.

toilets not built in the village of sahibganj
ग्रामीण खेत में शौच करने को अभी भी मजबूर
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Published : Dec 10, 2020, 12:48 PM IST

साहिबगंजः साहिबगंज जिला ओडीएफ घोषित हो चुका है. राज्य और केंद्र सरकार को सूची भेज जिला ने पुरष्कार प्राप्त भी कर लिया है. लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और बयां कर रही है. आज भी ग्रामीण इलाकों में शौचालय बन नहीं पाया है. अगर कहीं बना भी है तो घटिया निर्माण की वजह से ढह गया है.

देखें पूरी खबर


ग्रामीण खुले में जाने को मजबूर
सदर प्रखंड के पंचायत गंगा प्रसाद पूर्व के गंगोटाटोला गांव की आबादी लगभग एक हजार है. इस गांव में दो चार शौचालय छोड़कर किसी भी परिवार का 12 हजार की लागत से सरकारी शौचालय प्रति परिवार नहीं बना है. यही वजह है कि इस गांव के लोग आज भी खुले में शौच के लिए जाने को मजबूर हैं.

इसे भी पढ़ें- लालू प्रसाद की जमानत याचिका पर सुनवाई 11 दिसंबर को होगी, पूर्व में सुनवाई के लिए अदालत ने तिथि की है निर्धारित

ग्रामीणों को होती है परेशानी
ग्रामीणों ने कहा कि बाढ़ में चारों तरफ पानी भर जाता है, उस समय सांप का डर रहता है. जिससे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. शौचालय बनाने वाले लोग आश्वासन देकर फरार हो गए. इस मामले से मुखिया को अवगत कराया गया, फिर भी उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया. निश्चित रूप से जिला प्रशासन को संज्ञान लेने की जरूरत है.

साहिबगंजः साहिबगंज जिला ओडीएफ घोषित हो चुका है. राज्य और केंद्र सरकार को सूची भेज जिला ने पुरष्कार प्राप्त भी कर लिया है. लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और बयां कर रही है. आज भी ग्रामीण इलाकों में शौचालय बन नहीं पाया है. अगर कहीं बना भी है तो घटिया निर्माण की वजह से ढह गया है.

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ग्रामीण खुले में जाने को मजबूर
सदर प्रखंड के पंचायत गंगा प्रसाद पूर्व के गंगोटाटोला गांव की आबादी लगभग एक हजार है. इस गांव में दो चार शौचालय छोड़कर किसी भी परिवार का 12 हजार की लागत से सरकारी शौचालय प्रति परिवार नहीं बना है. यही वजह है कि इस गांव के लोग आज भी खुले में शौच के लिए जाने को मजबूर हैं.

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ग्रामीणों ने कहा कि बाढ़ में चारों तरफ पानी भर जाता है, उस समय सांप का डर रहता है. जिससे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. शौचालय बनाने वाले लोग आश्वासन देकर फरार हो गए. इस मामले से मुखिया को अवगत कराया गया, फिर भी उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया. निश्चित रूप से जिला प्रशासन को संज्ञान लेने की जरूरत है.

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